शाहपुरा@(किशन वैष्णव)अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में ज्योति कलश यात्रा संपूर्ण शाहपुरा तहसील में 6 दिसंबर 2024 से 24 जनवरी 2025 तक यात्रा मार्ग के दौरान 15 जनवरी बुधवार को क्षेत्र के बिलिया,खामोर क्षेत्र में पहुंची जहां रात्रि विश्राम खामोर में रहा। बुधवार शाम को 4 बजे दिव्य ज्योति कलश यात्रा खामोर गांव में पहुंची जहां चारभुजा मंदिर प्रांगण में ग्रामीणों ने फूल माला से स्वागत कर पूरे गांव में रथ यात्रा को निकाला गया। गांव में दिव्य ज्योति कलश रथ यात्रा का आगमन हुआ।ग्रामीणों महिला और पुरुषों द्वारा आरती की गई। रथ यात्रा में पधारे संत साथियों ने बताया की गायत्री परिवार के संचालक परम् पूज्य गुरूदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा सन् 1926 में एक अखण्ड दीपक प्रज्ज्वलित कर उसके समक्ष गायत्री महामंत्र के 24-24 लाख के 24 महापुरश्चरण व प्रचंड़ गायत्री साधना करके सिद्धियां प्राप्त की। यह अखण्ड दीपक आज भी शान्तिकुन्ज हरिद्वार में प्रज्जवलित है साथ ही श्रीराम शर्मा आचार्य जी की सहधर्मिणी वन्दनीया माताजी भगवती देवी जी शर्मा का जन्म भी 1926 में हुआ था और वे जीवनभर युग निर्माण आन्दोलन व पूरे विश्व में अश्वमेध यज्ञों का संचालन किया। अखण्ड दीपक व माताजी की जन्म शताब्दी वर्ष 2026 में आ रही है। पूज्य गुरूदेव व वन्दनीया माताजी की तपस्याओं की दिव्य उर्जा को रथ में स्थापित कर पूरे देश में ज्योति कलश स्थ यात्रा निकाली जा रही है। हम सब इसकी उर्जा को प्राप्त करें। इस श्रृद्धा और विश्वास के साथ इस दिव्य ज्योति कलश का पूजन अर्चन करें व आप भी इस रथ यात्रा में शामिल होकर समस्त देव शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त करें। यात्रा का मुख्य उद्देश्य आज मनुष्य का दुषित चिंतन व नैतिक मुल्यों में परिर्माजन कर आध्यात्मिक उर्जा का संचरण, कटुता एवं वैमनश्यता को समाप्त करके आत्मियता, प्यार एवं सहकार भरे वातावरण का सृजन, घर-घर गायत्री व यज्ञ की स्थापना, जन-जन में सदबुद्धि का संचार, जातिवंश का मेद मिटा कर समरसता के भावों का श्रृजन समाज राष्ट्र के प्रति श्रृद्धा के भाव उत्पन्न करके आध्यात्मिक व संगठनात्मक शक्ति का सृजन कर घर परिवार व समाज के विकृत वातावरण को पवित्र बनाकर सुसंस्कारों का बीजारोपण करना है। आप व हम सभी इससे जुड़ सकते है-प्रति दिन 1 माला गायत्री मंत्र जप या गायत्री चालीसा का पाठ या 1 पेज गायत्री मंत्र लेखन करना है।रथ यात्रा का गली मोहल्लों में स्वागत किया गया तथा ग्रामीणों द्वारा जगह जगह आरती कर स्वागत किया।