मुकेश खटीक
मंगरोप।हमीरगढ़ कस्बे के नया बाजार निवासी मोहम्मद आजाद नीलगर के दो बेटे मोहम्मद इरशाद (18) और मोहम्मद नौशाद (15) ने तीन साल की मेहनत के बाद कुरान मुकम्मल कर लिया। दोनों भाइयों के हाफिज-ए-कुरान बनने पर परिवार और कस्बे में खुशी का माहौल है।मस्जिद के पेश इमाम ने इस मौके पर दुआ कराई।दोनों भाइयों ने उदयपुर के सरकारें कला दारूल उलूम में रहकर पढ़ाई की।हमीरगढ़ लौटने पर दरगाह में परिजनों और कस्बे के लोगों ने उनका स्वागत किया।दस्तारबंदी कर माला पहनाई गई।कार्यक्रम में शामिल लोगों ने उनकी उम्र में बरकत और तरक्की के लिए दुआ की।मिठाई खिलाकर मुबारकबाद दी गई।बच्चों के पिता मजदूरी करते हैं।उन्होंने कहा कि बेटों के हाफिज-ए-कुरान बनने पर उन्हें गर्व है।उन्होंने युवाओं से दीन की तालीम अपनाने की अपील की। दोनों भाई आगे मुफ़्ती और मौलाना की पढ़ाई करना चाहते हैं।इस मौके पर गंगरार के पेश इमाम भी मौजूद रहे।