सांवर मल शर्मा
आसींद । विधानसभा क्षेत्र के अंटाली शंभूगढ़ क्षेत्र में खारी नदी में हो रहे अवैध बजरी दोहन के खिलाफ तेज गर्मी में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने ढोल नगाड़े के साथ विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से खारी नदी से अवैध रूप से बजरी निकाली जा रही है, जिससे नदी के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि 28 साल बाद खारी नदी में पानी आया है, लेकिन यदि इसी तरह बजरी खनन जारी रहा, तो नदी हमेशा के लिए लुप्त हो जाएगी। ग्रामीणों ने पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट के निवास स्थान प्रतापपुरा में मुलाकात कर उन्हें समस्या से अवगत कराया। उन्होंने मांग करते हुए कहां अवैध बजरी खनन पर तुरंत रोक लगाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए वही ग्रामीणों ने बताया कि अगर विरोध करने जाए तो वहां पर उल्टा पुलिस कर्मियों द्वारा केस दर्ज कर दिया जाता है । विरोध प्रदर्शन में सरपंच दुर्गा सिंह राठौड़, पूर्व सरपंच प्रेमराज मेहता सहित अंटाली, शंभूगढ़ और आसपास के 10 गांवों के सैकड़ों ग्रामीण महिलाएं शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी भी की एवं खारी नदी को बचाने की मांग रखी वहीं महिलाओं ने बताया कि बजरी माफिया द्वारा अंधाधुंध वाहन चलने से धूल मिट्टी घरों में उड़ती है जिससे कहीं कहीं घरों में सिलिकोसिस सहित अनेक बीमारियां घर बन चुकी है । महिलाओं ने आरोप लगाते हुए बताया कि बजरी माफिया द्वारा शराब पीकर गाली गलौज करते हैं । 28 वर्ष बाद खारी नदी में पानी आया है जिससे आसपास गेहूं की पैदावार अच्छी हुई है लेकिन लगातार बजरी खनन होने से यह नदी लुप्त हो जाएगी । पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने बताया कि खारी नदी बचाओ संघर्ष समिति का गठन करके इस मुहिम को आगे बढ़ाया जाएगा इसके साथ ही प्रशासन को इस नदी को बचाने का अभियान चलाया जाएगा मौके पर पहुंचे ग्रामीणों को आश्वासन देते हुए जल्द ही समस्या का समाधान करने के बारे में बताया । शंभूगढ़ थाना प्रभारी आशुतोष पांडे ने बताया कि इस नदी में लीज होने के कारण खनन हो रहा है अगर लीज के विपरीत खनन पाया गया तो उचित करवाई की जाएगी ।