रितिक मेहता
डूंगरपुर,स्मार्ट हलचल। एक और सरकार शिक्षा, चिकित्सा को लेकर नित नए प्रयोग कर नए आयाम स्थापित करना चाहती है, लेकिन आसपुर ब्लॉक में कुछ उल्टा ही देखने में आ रहा है। आसपुर ब्लॉक शिक्षा के इंदौडा पीईओ के अंतर्गत कलासुआ का कुंआ जो प्राइमरी से मिडिल स्कूल में मार्च 2023 को क्रमोन्नत किया गया था। जिसमें हाल में 61 बच्चे पढ़ रहे है। क्रमोन्नत के बाद विभाग ने तुरत फुरत में 6 का स्टाफ भी दे दिया, लेकिन कमरों के अभाव में पढ़ाई बाधित हो रही है। पूर्व में एक कमरे में प्राइमरी कक्षाएं संचालित हो रही थीं। उसी एक कमरे में मिडिल स्कूल में क्रमोन्नत कर वाहवाही लूट ली। लेकिन बच्चों को पढ़ाने के लिए कभी चौराहे तो कभी पेड़ों के नीचे बैठाकर पढ़ाई करवाने को अध्यापक भी मजबूर है।एक कमरे में ऑफिस का सामान, अध्यापकों के बैठने, बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त नहीं है। बच्चों को बरसात के मौसम में शामिल बैठाकर पढ़ाई करवाई जाती है। बरसात रुकते ही चौराहे पर बिठा दिया जाता है। ऐसे में बच्चो व अध्यापकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कार्यवाहक संस्था प्रधान राजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया- मार्च 2023 में स्कूल क्रमोन्नत हुई थी। एक कमरे में काम चलाया जा रहा है। सुविधाएं नहीं होने से परेशानी हो रही है। आसपुर सीबीईओ नवीनप्रकाश जैन ने कहा-कलासुआ का कुंआ में स्टाफ पर्याप्त है, लेकिन एक कमरे से काम चला रहे है। हमने प्रस्ताव भेजे है, स्वीकृति आएगी तब ही कुछ हो पाएगा।