व्यापारियों की उपस्थिति ही संगठन की ताकत है : केके गुप्ता
व्यापारी एकजुट रहेगा तो उसका व्यापार सुरक्षित रहेगा : केके गुप्ता
चैंबर ऑफ़ कॉमर्स की बैठक आयोजित, विभिन्न व्यापारिक संगठन के पदाधिकारी हुए सम्मिलित
डूंगरपुर। स्मार्ट हलचल/प्रदेश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन चेंबर ऑफ कॉमर्स जिला डूंगरपुर की एक आवश्यक बैठक शुक्रवार देर शाम को चेंबर अध्यक्ष केके गुप्ता के निज आवास पर आयोजित हुई।बैठक में चेंबर अध्यक्ष केके गुप्ता, महामंत्री प्रभु लाल पटेल, महामंत्री सुबोध जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन दोशी, राजेश डेंडू, रोशन दोशी, अनिल पटेल, कोषाध्यक्ष हितेश दावड़ा आदि मंचासीन रहे।
बैठक को संबोधित करते हुए चेंबर अध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि व्यापारिक संगठन की बैठकों में व्यापारिगण की उपस्थिति ही संगठन की ताकत होती है। व्यापारी को अपना व्यापार करने में किसी प्रकार की समस्या आती है तो उसे व्यापारी को सबसे पहले संगठन के पास आना चाहिए। चैंबर ऑफ़ कॉमर्स प्रदेश का सबसे बड़ा व्यापारिक संगठन है और इतना बड़ा संगठन सरकार, प्रशासनिक तंत्र और पुलिस तंत्र से संबंधित व्यापारिक हित में किसी भी प्रकार का कार्य संपादित कराने में सक्षम है। हमें अपने शहर के लिए भी संगठन को मजबूत करना होगा। शहर और जिले में अराजक की स्थिति होने से हमें रोकना है और हमें अपने व्यापार को भी सुरक्षित रखना है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में यह देखा गया है कि यदि कोई व्यापारी सरकारी नियम अथवा पुलिस तंत्र से पीड़ित होता है तो चेंबर ऑफ कॉमर्स संगठन द्वारा त्वरित रूप से उसकी सहायता की जाती है लेकिन, उसके पश्चात उस व्यापारी द्वारा संगठन के प्रति अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई जाती और चेंबर की बैठकों से भी व्यापारी अनुपस्थित रहते हैं। अब चैंबर द्वारा इस संबंध में कठोर निर्णय लिया जा रहा है कि जिस भी प्रकृति के व्यापार से जुड़ा हुआ व्यापारी है, उसका व्यापार का जो संगठन है उसके उच्च पदाधिकारी अध्यक्ष और महामंत्री स्वयं पीड़ित व्यापारी को लेकर चेंबर के समक्ष आएंगे तभी उसकी उचित सहायता की जाएगी।
गुप्ता ने कहा कि हमारे जिले के व्यापारी को अपना व्यापार चलाने के लिए सरकारी तंत्र को किसी भी प्रकार की रिश्वत अथवा कमीशन देने की आवश्यकता नहीं है। हमारा व्यापारी पूरी ईमानदारी के साथ क्वालिटी माल का विक्रय करता है। चेंबर द्वारा भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के बड़े अधिकारी को भी गत बैठक में आमंत्रित करते हुए इसकी कार्यशाला भी आयोजित कराई गई है। व्यापारी का चैंबर ऑफ कॉमर्स का पदाधिकारी अथवा सदस्य होना ही इस बात का पर्याय है कि वह स्वच्छंद और बिना डरे अपना व्यापार कर सकता है।
उन्होंने कहा कि हम सभी ने कोरोना और लॉकडाउन का समय देखा है। उस समय जो भी व्यापारी सरकार की अनुमति से अपनी दुकान खोलकर व्यापार कर रहा था और जनता को जरूरत की वस्तुएं बेच रहा था, उस समय भी लोगों द्वारा व्यापारी पर अवैध रूप से अधिक दर पर सामान बेचने के आरोप लगाए जा रहे थे लेकिन हमें यहां यह समझने की आवश्यकता है कि जो व्यापारी ऐसी महामारी बीमारी के समय अपनी दुकान खोलकर जरूरत की वस्तु दे रहा था, वह स्वयं भी अपने और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा कर रहा है क्योंकि उस समय की लाइलाज बीमारी कोरोना का सटीक इलाज किसी के पास नहीं था।
गुप्ता ने कहा कि डूंगरपुर का व्यापारी अपनी संगठन की शक्ति के बलबूते नगर का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने का दम रखता है। जिस प्रकार नगर के सैकड़ो व्यापारियों और हजारों लोगों के सहयोग के साथ मुझे सभापति बनने का मौका मिला था और मैंने डूंगरपुर की आदिवासी अंचल की छोटी सी निकाय का नाम देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया। इस प्रकार अब आने वाले समय में चेंबर संगठन द्वारा 5 हजार से अधिक व्यापारियों को सदस्य बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं और प्रत्येक सदस्य व्यापारी अपने आप को चेंबर का अध्यक्ष और महामंत्री मानते हुए संगठन हित में कार्य करने के लिए जुट जाएं।
चैंबर ऑफ़ कॉमर्स व्यापारिक संगठन द्वारा डूंगरपुर जिले के चहुंमुखी विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है। वर्तमान में हम डूंगरपुर जिले से निकलने वाले नेशनल हाईवे को देख रहे हैं इसके साथ ही उदयपुर अहमदाबाद अमान परिवर्तन और डूंगरपुर स्टेशन से अधिक से अधिक रेल निकालने आदि विकास के कार्य चेंबर के व्यापारी द्वारा माननीय प्रधानमंत्री और माननीय मुख्यमंत्री को हजारों और लाखों की संख्या में पोस्टकार्ड लिखकर पूर्ण कराए गए हैं। हमें यहां यह कहने में भी कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि डूंगरपुर जिले का विकास व्यापारी के दम पर हुआ है।
बैठक में डूंगरपुर में संचालित विभिन्न व्यापार के संगठन से जुड़े हुए पदाधिकारी को आव्हान किया गया कि अपने व्यापारिक संगठन और संघ के व्यापारियों को अधिक से अधिक संख्या में चेंबर ऑफ कॉमर्स सदस्य के रूप में जोड़ और चैंबर संगठन को मजबूत बनाएं। बैठक के अंत में अन्य व्यापारिक संगठन पदाधिकारी को चेंबर सदस्यता रसीद बुक वितरित की गई।
बैठक में चेंबर पदाधिकारी रमेश वरियानी, हुसैनी बोहरा, अल्पेश जैन, मोहनलाल जैन, प्रवीण कुमार श्रीमाल, हर्षवर्धन जैन, इंद्र लाल शाह, जिनेंद्र कुमार जैन, भूपेंद्र उपाध्याय, सिद्धार्थ डाबरा, श्याम सुंदर, अश्विन जैन, संजय पटवा, विजय कुमार सुथार, अनिल जोशी, राजेश डेंबला, जतिन दोशी, सुभाष जैन, अर्पित कोठारी, पंकज जैन नवकार, शैलेंद्र जैन, चिराग व्यास, निकुंज जैन, संजय कुमार, लोकेश लुहाना, चंद्रेश शर्मा, संदीप वखारिया, निलेश जैन, सूर्य प्रकाश जैन, सुरेश भाटिया, केशू नागदा, सुनील अग्रवाल, बृजेश शाह, सुरेश कुमार कलाल, भुवनेश कुमार ननोमा, रोनी मेहता, राजेंद्र कुमार कसारा, विनोद कुमार पटेल, भुवनेश कलाल, कन्हैयालाल जैन, अरुण कुमार जैन, प्रवीन कुमार जैन सहित सैकड़ो की संख्या में व्यापारी उपस्थित रहे।