भीलवाड़ा में पंचवटी झूलेलाल मन्दिर का लोकार्पण एवं अमर कथा ग्रंथ की स्थापना
प्रत्येक शहर में सिंधु धाम बनेगा, सिंधी भाषा व संस्कृति का संरक्षण जरूरी- मनीष लाल
भीलवाड़ा-मूलचन्द पेसवानी
स्मार्ट हलचल/भीलवाड़ा में पंचवटी क्षेत्र में शहर के सांतवे झूलेलाल मन्दिर का लोकार्पण शुक्रवार को समारोह पूर्वक भव्यता के साथ भगवान झूलेलाल के वंशज एंव भरूच श्री झुलेलाल मन्दिर के गादीपति सांई मनीष लालजी ठकुर ने किया। इस मौके पर झूलेलाल भगवान के अमरकथा ग्रंथ की भी विधान के साथ स्थापना की गई।
शुक्रवार को भीलवाड़ा शहर में पंचवटी क्षेत्र में श्री झूलेलाल मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारंभ किया गया। सिंधी समाज के सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में आज सुबह कलश यात्रा का भव्य आयोजन हुआ। उसके बाद अनादिवास व फलादिवास का अनुष्ठान वैदिक पद्वति से विद्वान पंडितों के निर्देशन में किया गया।
इस मौके पर नवनिर्मित झूलेलाल मन्दिर का लोकार्पण भगवान झूलेलाल के वंशज एंव भरूच श्री झुलेलाल मन्दिर के गादीपति सांई मनीष लालजी ठकुर ने मोली बंधन खोल एवं भगवान झूलेलाल के जयघोष के मध्य किया। इस मौके पर पारी माता का सानिध्य भी मिला। पं. चंदन शर्मा ने विधि विधान से पूजन कराया। कलश यात्रा में सांई मनीष लाल के साथ झूलेलाल के अनुयायियों ने गगनभेदी नारों से गुंजायमान कर दिया। कलश यात्रा के साथ ही मन्दिर में भगवान झूलेलाल के वंशज एंव भरूच श्री झुलेलाल मन्दिर के गादीपति सांई मनीष लालजी द्वारा प्रदत्त अमर कथा ग्रंथ साहिब की भी शोभायात्रा निकाल कर मन्दिर में स्थापित किया गया। यहां प्रतिदिन अब स्तुतिगान व ग्रंथ का पाठ होगा। कलश यात्रा व लोकार्पण के मौके पर पूर्व विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी एवं सिंधी समाज भी मौजूद रहे।
इस मौके पर आयोजित समारोह में अपने आर्शिवचन में भगवान झूलेलाल के वंशज एंव भरूच श्री झुलेलाल मन्दिर के गादीपति सांई मनीष लालजी ने कहा कि सिंधी समाज ने अपने संघर्षो से देश में आज जो भी मुकाम हासिंल किया है वो प्रेरणा का स्त्रोत है। अपने अराध्य देव झूलेलाल भगवान के आदर्शो से प्रेरित होकर आज सिंधी समाज पूरे देश के हर शहर अपनी उपलब्धियों के झंडे गाढ़ रहा है। गादीपति सांई मनीष लालजी ने इस मौके पर सिंधी समाज के लोगों का आव्हान किया कि अब देश भर में प्रत्येक शहर में सिंधु धाम की स्थापना की जायेगी। सिंधु धाम में भगवान झूलेलाल की स्तुति के अलावा सिंधीयत के दर्शन होगें जिससे युवा पीढ़ी सिंधी भाषा व सिंधी संस्कृति के संरक्षण के लिए काम कर सकेगी।
पंचवटी झूलेलाल सेवा समिति भीलवाड़ा एवं सिंधु संस्कार सेवा समिति के तत्वावधान में तीन दिनी मन्दिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आगाज किया गया। इसकी पूर्णाहुति 18 फरवरी को होगी।
सिंधी भजन कीर्तन पर झूम उठे——————
इस अवसर पर गादीपति सांई मनीष लालजी की मौजूदगी में भगवान झूलेलाल मंदिर में आरती, भजन,कीर्तन और अरदास के आयोजन हुए। ठाकुर साईं मनीषलाल के साथ आए भगत ने सिंधी गीतों और भजनों की प्रस्तुतियों के माध्यम से समां बांध दिया। इस दौरान उन्होंने मुरादीं सब खणीं आया मां पहिंजी दिल खणी आयुस…., अटल विश्वास आहे मुखे वसीलो पेचडो आहे, अंधेरो जाते भी आहे ज्योतिन वारो झूलेलालन आहे, करे तो अर्जु मौलाई संगत तुहंजी शरण आया….., कंदो मालामाल आयो ऐहडो झूलेलाल जय हो जय हो जय हो…., मुहिंजो झूलणं जा साथी चओ झूलेलाल…..गाए तो भगवान झूलेलाल के सिंधी गीतों पर सिंधी समाजजन श्रद्धा से झूम उठे।