बनेठा थानाधिकारी पर बजरी माफियाओं को संरक्षण देने व पीड़ित को धमकाने का आरोप,
– बजरी से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली से गाय के बछड़े को टक्कर मारने व पीड़ित सहित पत्नी द्वारा घटना उलाहना देने पर माफियाओं द्वारा हाथापाई कर मारपीट,जातिसूचक शब्दों से अपमानित का हैं मामला,
– 6 जून की घटना के बाद आधा दर्जन बजरी माफिया गिरोह ने रंजिशपूर्वक 8 जून को बनेठा कस्बा में पीड़ित के ऊपर किया था जानलेवा हमला,
– घटना का बनेठा थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को भेजी शिकायत
शिवराज बारवाल
टोंक/बनेठा/उनियारा ।स्मार्ट हलचल/जिले के उनियारा सर्किल क्षेत्र में इन दिनों अपराध के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब तो जिम्मेदारों के संरक्षण से बजरी माफिया भी ग्रामीणों पर हमले करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बनेठा थाना क्षेत्र का सामने आया हैं। बनेठा थाना क्षेत्र के रामरतनपुरा गाँव निवासी पीड़ित श्योपाल मीणा ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया कि बीते दिनांक 6 जून को उसके मकान के बाहर उसकी गाय का बछड़ा खड़ा हुआ था, इसी दौरान बनेठा की ओर से आ रहे अवैध बजरी से भरे तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली द्वारा गफलत तरीके से टक्कर मारने पर बछड़े का पैर टूट गया और गाय का बछड़ा बेहोश होकर नीचे गिर पड़ा, जिसको लेकर पीड़ित की पत्नी द्वारा बजरी माफियाओं को उलाहना देने पर बजरी माफिया गणेश कीर, रामकल्याण कीर व मदन लाल कीर द्वारा उल्टा पीड़ित व पीड़ित की पत्नी के साथ अनावश्यक अशोभनीय गालीगलौच करते हुए हाथापाई कर मारपीट करते हुए जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया, घटना का मोबाईल फोन में वीडियो बनाने पर बजरी माफिया मदन कीर द्वारा पीडित का मोबाईल छीनकर मोबाईल को तोड़ दिया और बाद में बनेठा आने पर देख लेने की धमकी दी गई, मौके से बनेठा पुलिस को सूचित कर बनेठा पुलिस थाने में रिपोर्ट देने पर भी आरोपी बजरी माफियाओं के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई, जिससे आरोपियों के हौसले बुंलद होते रहे है। इसके बाद पुनः 8 जून की सुबह 8 बजे करीब पीड़ित श्योपाल मीणा बनेठा कस्बा के बस स्टैण्ड पर एक ठेले पर नाश्ता कर रहा था, उसी दौरान घात लगाकर उक्त घटना की रंजिशपूर्वक बजरी माफिया गणेश कीर, रामकल्याण व मदन कीर निवासी बनेठा सहित अन्य सात-आठ जनों द्वारा पीड़ित को अकेला देखकर लाठियों व सरियों से मारपीट कर दी। इस दौरान बजरी माफिया मदन कीर ने पीडित के सिर में सरिये से हमला करने पर पीड़ित के खून निकल आया। घटना के बाद पीड़ित श्योपाल मीणा बनेठा पुलिस थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने गया, लेकिन पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। वहीं पीड़ित ने जिला पुलिस अधीक्षक टोंक को भेजी गई शिकायत में आरोप लगाया कि वो अपने साथ हुई सम्पूर्ण घटना को लेकर न्याय की गुहार लगाते हुए उच्च स्तर पर शिकायत करने की बात कही तो थानाधिकारी रामगिलाश गुर्जर ने आवेश में आकर अशोभनीय भाषा में उल्टा पीड़ित को ही धमकाते हुए कहा कि जब तक मैं इस थाने पर हूं, बजरी के वाहन ऐसे ही चलते रहेंगे, इनको कोई नहीं रोक सकता। तू जिनकी रिपोर्ट दर्ज कराने आया है बजरी से वो भी कमा रहे हैं और मैं भी कमा रहा हूं, उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी, चाहे तू शिकायत लेकर कहीं भी चला जा। बजरी के आने जाने वाले ट्रैक्टर ट्राली को कोई बंद नहीं करवा सकता और थानाधिकारी पर अशोभनीय भाषा में गाली गलौज करने के आरोप भी पीड़ित द्वारा लगाए गए, उसके बाद पुलिस ने अपने बचाव के लिए आरोपी बजरी माफियाओं को महज शांतिभंग की धारा 151 में कार्यवाही कर इतिश्री कर मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया। ईधर मामले में थानाधिकारी के ऊपर लगे गम्भीर आरोपों के संबंध में जानकारी लेने के लिए मीडियाकर्मी ने फोन किया तो थानाधिकारी ने फोन उठाना भी उचित नहीं समझा। जहां अब पीड़ित ने पुलिस की अमानवीय व सौतेली कार्यशैली को लेकर आरोपियों को संरक्षण देने, थानाधिकारी द्वारा गाली गलौज / बदसलूकी कर धमकाने व मामले में हमला करने वाले आरोपी बजरी माफियाओं के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई के लिए गुरूवार, 13 जून को जिला पुलिस अधीक्षक टोंक के नाम शिकायत परिवाद भेजकर न्याय की मांग की हैं।