नवनिर्मित सड़क बनने से पहले ही उखडी,Policies full of corruption by responsible people
भ्रष्टाचार की भेंट चढी गांव को जोड़ने वाली सड़क
ग्रामीणों के शिकायत करने के बाद भी मामला जस का तस
माधोगढ़ जालौन/स्मार्ट हलचल/ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बेहतर सड़क सुविधा मिले इसके लिए सड़क का निर्माण कार्य भले ही कराया जा रहा हो मगर जिम्मेदारों की कमीशन खोरी से भरी नीतियों के चलते इस महत्वाकांक्षी योजना पर भी सवालिया निशान खड़ा होना लाजिमी है।मामला ग्राम चाकी का है जहां के ग्रामीणों ने शोसल मीडिया पर वीडियो बायरल करते हुए बताया कि P W D विभाग उरई द्वारा चाकी से अमखेड़ा के बीच लगभग 2 किमी मार्ग का डामरीकरण किया जा रहा है ।जो कि एक दिन पहले डाला गया है लेकिन कुछ दिनों में ही सड़क पूरी तरह टूट कर गड्डे में तब्दील हो गई है जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है क्योंकि उन्होने कहा कि अगर इस तरह सड़क के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का तड़का लगाया जाता है तो ज्यादा दिनों तक चलने बाली है जिससे हम ग्रामवासियो को असुबिधा का सामना करना पड़ सकता है उनके द्वारा सड़क की जाँच कराने का निवेदन जिलाधिकारी महोदय से किया गया है!उन्होंने मीडिया को बताया कि कार्यदायी संस्था द्वारा कराये गये निर्माण कार्य में शुरू से ही मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। जिसका नतीजा रहा कि निर्माण के कुछ दिन के भीतर ही सड़क उखड़ने लगी। जिसका ग्रामीणों ने काफी विरोध किया मगर विभागीय मिलीभगत से ठेकेदार का मनमाना रवैया ही हावी रहा। सड़क जगह जगह धस कर जर्जर हो गई है। कई -जगह गड्ढे बन गये है। 2 किमी की सड़क में लगभग अनेकों जगह गड्डे होकर गिट्टी विखर गई है जिससे लगता है कि बरसात झेल पाना मुश्किल है बैसे देखा जाये सड़कों के रख रखाव व दुरूस्तीकरण का जिम्मा पांच वर्ष तक कार्यदायी संस्था का होता है। लेकिन ज़ब शुरुबात दौर में सड़क में गड्डे हो गए तो पांच बर्षों में रोड की स्तिथि क्या होगी ये सोचने बाली बात है?गांव के निवासी जन्मेजय सिंह प्रधान, रामकुमार, विनय, प्रदीप, शिवम, गौरव, अभिषेक, अवनीश कुमार, रामलखन सहित दर्जनों ग्रामीणों ने सड़क की जाँच कर के तत्काल दुरूस्ती करण की मांग की है।