प्रयागराज-वाराणसी रेल खंड पर दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण
तीव्र गति से परिचालन को मिला नया आयाम
यूपी
वाराणसी। स्मार्ट हलचल/रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार और परिचालन को और भी तेज और सुगम बनाने के उद्देश्य से वाराणसी मंडल के प्रयागराज-वाराणसी रेल खंड पर दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया है। 21 अक्टूबर 2024 को रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना ने इस 2.224 किमी खंड का संरक्षा निरीक्षण किया।
इस मौके पर उनके साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) अभय कुमार गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक (वाराणसी) विनीत कुमार श्रीवास्तव, एक्सक्यूटिव डायरेक्टर (RVNL) विकास चन्द्रा और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान संरक्षा आयुक्त ने प्रयागराज जं से प्रयागराज रामबाग के बीच ब्लॉक सेक्शन, यार्ड रीमॉडलिंग, कलर लाइट सिग्नल, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और ब्रिज का लोड परीक्षण किया। मोटर ट्राली से किए गए निरीक्षण में उन्होंने रेल पथ की फिटिंग्स, स्लीपर स्पेसिंग और ट्रैक्शन लाइन की ऊँचाई का भी मापन किया।
निरीक्षण के अंत में उन्होंने प्रयागराज जं से प्रयागराज रामबाग के बीच स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा किया। इस दोहरीकृत और विद्युतीकृत लाइन के जरिए यातायात में तेजी और संचालन की सुगमता में बढ़ोत्तरी होगी।
रेल प्रशासन ने जानकारी दी कि इस परियोजना का उद्देश्य काशी विश्वनाथ मंदिर और संगम जैसे धार्मिक स्थलों पर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या को देखते हुए रेल नेटवर्क को सुदृढ़ करना था। 1600 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया यह प्रोजेक्ट बनारस से झूसी तक 111.41 किमी रेल लाइन के दोहरीकरण और विद्युतीकरण पर केंद्रित था।
इस परियोजना के पूरा होने से वंदे भारत एक्सप्रेस सहित अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों का संचालन सुगमता से हो सकेगा। इस आशय की जानकारी जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने मीडिया को दी।