पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा में नगर विकास न्यास की ओर से 16 अक्टूबर को 3081 प्लॉट के लिए करवाई गई लॉटरी में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार को लेकर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। लॉटरी के असफल आवेदकों ने आरोपों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। लॉटरी के असफल आवेदक शुक्रवार को मुखर्जी पार्क में इकट्ठा हुए और एक साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन करने के बाद जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा साथ ही लॉटरी को निरस्त करने की मांग की।
लॉटरी प्रक्रिया में छेड़छाड़ के आरोप
लोगों ने आरोप लगाया है कि पूरी लॉटरी प्रक्रिया में सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ की गई, मिलीभगत ओर मनमाने तरीके से आम लोगों के साथ अन्याय हुआ है, भूमाफियाओं के एक-एक परिवार में तीन-तीन प्लाट का आवंटन किया गया है।
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
भीलवाड़ा बचाओ संघर्ष समिति की ओर से शुक्रवार को मुखर्जी पार्क में बड़ी संख्या में लॉटरी में असफल आवेदकों के साथ ही शहरवासी इकट्ठा हुए। यहां इन्होंने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और कलेक्टर को राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य शासन सचिव के नाम ज्ञापन दिया।
नियमों को अनदेखा कर निकाली लॉटरी
ज्ञापन में बताया गया कि 16 अक्टूबर को जो लॉटरी हुई, उसमें यूआईटी अधिकारियों और टेक्निकल टीम के लोगों ने नियमों को अनदेखा कर अपने चहेतों को प्लाट का आवंटन कर दिया, मनमाने तरीके से प्लॉट दिए गए। इसके चलते जो वास्तविक आवेदक थे वो योजनाओं के लाभ से वंचित रह गए। समिति द्वारा एक ज्ञापन पत्र दिया जिसमे बताया कि लॉटरी के नियम शुरू से ही डाउटफुल रहे है।
ये है प्रमुख मांगे
लॉटरी की स्वतंत्र टेक्निकल जांच किसी बाहरी एजेंसी से करवाई जाए। जांच पूरी होने तक लॉटरी के परिणाम को निलंबित किया जाए। दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों ओर ठेकेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।भविष्य में ऐसी योजना में पारदर्शी प्रणाली और सार्वजनिक ऑडिट की जाए।
कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन करेंगे
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन द्वारा शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो जनता बड़े आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मुखर्जी उद्यान से जिला कलेक्टर कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।


