राजेश कोछड़
लखनऊ-स्मार्ट हलचल/प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुरुवार को संसद में अंतरिम बजट 2024 पेश किया गया, जिसमें किसानों, महिलाओं और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए नई योजनाओं की घोषणा की गईं। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह का स्पष्ट मानना है कि, अंतरिम बजट 2024 पीएम मोदी के विकसित भारत के विजन को हासिल करने का रोडमैप है। शाह यह मानते हैं कि अमृतकाल में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह अंतरिम बजट संकल्प से समृद्धि का बजट साबित होने वाला है। भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी राष्ट्र बनाने की अपनी यात्रा में मोदी सरकार द्वारा पिछले 10 वर्षों में हासिल किए गए उपलब्धियों पर प्रकाश डालने वाला यह बजट किसानों, महिलाओं और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में जिस तरह से साल 2047 तक पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर और विकसित भारत का लक्ष्य देश के सामने रखा गया है, उस दिशा में यह बजट देश के किसानों के लिए समृद्धि के नए अवसर लेकर आया है। इस बजट में एक तरफ तिलहनों में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया गया है तो दूसरी तरफ नैनो डीएपी के प्रयोग और डेयरी विकास पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। अगले 5 सालों में दो करोड़ अतिरिक्त मकानों का निर्माण कार्य शुरू करने की योजना से मध्यम वर्ग के लोग लाभान्वित होंगे। देश की जनता ने देखा है कि आयुष्मान भारत योजना से करोड़ों लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देने का काम किया जा रहा है। अंतरिम बजट 2024 में आयुष्मान योजना से आँगनवाड़ी कार्यकतार्ओं और सहायिकाओं को जोड़ने का महत्त्वपूर्ण फैसला लिया गया है, जिससे ये लोग भी मुफ्त इलाज का लाभ ले पाएंगे। साथ ही, इस बजट में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 साल की बच्चियों के टीकाकरण को बढ़ावा देने का अहम फैसला भी लिया गया है। सूर्योदय योजना के तहत 1 करोड़ परिवारों के घरों पर रूफ टॉप सौर ऊर्जा सिस्टम लगाने का फैसला भी अभूतपूर्व है, इससे वे सारे परिवार हर महीने 300 यूनिट तक नि:शुल्क बिजली प्राप्त कर सकेंगे और सालाना बचत भी होगी। अगले पाँच दशकों के लिए राज्यों को कुल 75,000 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त ऋण प्रदान करने का निर्णय केंद्र और राज्य के संबंधों को मजबूत करने में गेम चेंजर साबित होगा। यह बजट पर्यटन के क्षेत्र को भी नई ऊर्जा देने का काम करेगा। देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को विश्वस्तरीय और आधुनिक बनाने के लिए बजट में बढ़ोतरी विकसित भारत के निर्माण की दिशा में एक अहम कदम है। साथ ही, लॉजिस्टिक कार्यकुशलता और लागत को कम करने के लिए पीएम गति शक्ति के अंतर्गत तीन बड़े रेलवे कॉरिडोर की घोषणा ने भविष्य के भारत की नई रूपरेखा भी देशवासियों के सामने रखी है। अमृतकाल में देश में हाईवे निर्माण की गति तीन गुनी बढ़ चुकी है और एयरपोर्ट की संख्या भी दोगुनी से अधिक हुई है। आज आधुनिक वंदेभारत और नमो भारत ट्रेन भी नए भारत की शान बनकर विश्व पटल पर भारत की नई पहचान गढ़ रहे हैं। मोदी जी की दूरदर्शिता और शाह की कुशल नीतियों से यह तय हो चुका है कि साल 2047 तक पूर्ण रूप से विकसित और आत्मनिर्भर भारत का सपना जरूर साकार होगा।