सवाईपुर व सुठेपा में भगवान सालिगराम जी ने माता तुलसी संग लिए सात फेरे
सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- सवाईपुर कस्बे सहित सुठेपा गांव में भगवान सालिगराम जी व माता तुलसी का विवाह सम्पन्न हुआ, माता तुलसी ने भगवान सालिगराम जी के संग सात फेरे लिए । पुजारी श्यामसुंदर श्रोत्रिय ने बताया कि सवाईपुर कस्बे के रामेश्वर श्रोत्रिय की पुत्री का विवाह के साथ तुलसी विवाह आयोजन किया जा रहा है, जिसमे सोमवार दोपहर ब्राह्मणों के मंदिर से भगवान सालिगराम जी की बारात गाजे-बाजे के साथ विवाह स्थल पर पहुंचेगी, जहां सोमवार मध्य रात्रि 11:15 बजे भगवान सालिगराम जी ने तोरण मारने की रस्म अदा की, इसके बाद सालिगराम जी का माता तुलसी के साथ गठजोड़ किया, पंडित चांदमल उपाध्याय व गोविंद शर्मा ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 13 जोड़ों ने आहुतियां लगाई, वही भगवान सालिगराम जी व माता तुलसी ने सात फेरे लिए, इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीत गाये, वही ग्रामीणों ने सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, कपड़े व कन्या दान में राशि भेंट की ।
वही ग्रामीण पंकज पांडे ने बताया सुठेपा गांव के गोपाल पिता नारायण सांगावत के घर पर पुत्री के विवाह के साथ ही माता तुलसी के विवाह का आयोजन भी किया गया, जिसमें आज मंगलवार प्रातः 7:15 बजे सुठेपा चारभुजा नाथ मंदिर से पुजारी विमल अमरावत ने सालिगराम जी को बैवाण में विराजमान किया, जहां सालिगराम जी अपनी बारात लेकर रवाना हुए, बारात में घोड़ा बग्गी से बैंड-बाजे व ढोल-नगाड़ों के साथ गांव के मुख्य मार्गो से होते हुए विवाह स्थल पर पहुंचे, भगवान की बारात में भक्तगण गाना नाचते गाते हुए, महिलाएं मंगल गीत गाती हुई चली, भगवान के बारात का माला पहनकर पुष्प वर्षा का स्वागत किया गया, प्रातः 9:15 बजे सालिगराम जी ने तोरण की रस्म अदा की, इसके बाद तुलसी संग गठजोड़ा किया गया, फिर चवरिया में पहुंचे, जहां पंडित सावरमल शर्मा जोजवा के वैदिक मंत्रोचार के साथ 11 जोड़ों ने आहुतियां लगाई, तथा प्रातः 11:15 बजे भगवान सालिगराम जी व माता तुलसी ने सात फेरे लिए, इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीत गए । इस दौरान ग्रामीणों ने सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन, वस्त्र व कन्यादान स्वरूप राशि भेंट की ।।