भीलवाड़ा,स्थानीय संगम विश्वविद्यालय भीलवाड़ा में एकेडमिक काउंसिल मीट संपन्न हुई।रजिस्ट्रार प्रोफेसर राजीव मेहता ने सभी संकायों के डीन ,डिप्टी डीन ,डायरेक्टर ,डिप्टी डायरेक्टर और एक्सटर्नल अतिथियों का स्वागत कर मीटिंग को विधिवत्त प्रारंभ किया । कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने अपने अध्यक्ष्य उद्बोधन में इंडियन नॉलेज सिस्टम के ऊपर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि भारतीय ज्ञान पद्धति पुरातन समय से विश्व गुरु के रूप में स्थापित हो रही है तथा पूर्व समय में नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय में दी जाने वाली शिक्षा विद्यार्थियों को उन्हें अपने क्षेत्र में दक्ष बनाती थी,आने वाले समय में संगम अपने सभी संकायों में यह ज्ञान पद्वति लागू कर विद्यार्थियों को इसका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें। प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने एजुकेशन टेक्नोलॉजी ,वोकेशनल स्टडीस और एमबीए एग्जीक्यूटिव कार्यक्रमों का प्रस्ताव रखा जो नए सत्र में संगम विश्वविद्यालय में प्रारंभ किए जाएंगे । परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर जग भूषण ने इस सत्र के यूजी, पीजी और विधि के छात्रों को दी जाने वाली डिग्री ,डिप्लोमा सर्टिफिकेट आदि की जानकारी दी। इसी कड़ी में संगम विश्वविद्यालय को बैचलर आफ फिजियोथैरेपी प्रोग्राम सेशन 23–24 में जोधपुर हाई कोर्ट द्वारा परमिशन मिलने पर कुलपति प्रोफेसर सक्सेना ने सभी को बधाई दी !कार्यक्रम के अंत में प्रो वीसी प्रोफेसर मानस रंजन ने सभी का धन्यवाद किया।