शाहपुरा:-श्री खान्या के बालाजी महाराज श्री श्री 108 रामदास जी त्यागी मन्दिर प्रांगण में हनुमान जी महाराज की असीम अनुकम्पा से 7 दिवसीय श्री मद भागवत कथा श्री श्री 1008 जगतगुरु परमहंसाचार्य स्वामी दयानन्द सरस्वती जी महाराज के मुखबिंद से 23 दिसम्बर 2024 से 29 दिसम्बर 2024 तक चली।
जिसमे आज अन्तिम दिन श्री मद भागवत कथा में कथा वाचक स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण के मित्र सुदामा के बारे में बताते है कि सुदामा एक ब्राह्मण होने के साथ-साथ विद्वान भी थे।परन्तु गरीबी उनका पीछा नही छोड़ रही थी। ऐसे में जब पत्नी सुशीला के कहने पर वह श्री कृष्ण से मिलने द्वारका गए तो श्री कृष्ण ने उन्हें दरिद्रता दूर करने का एक उपाय बताया। इसी उपाय से सुदामा की गरीबी दूर हुई।
श्री कृष्ण कहते है कि जब भी कभी मेरे भक्तो पर दुःख पड़ता है तो में उनके दुःख मिटाने स्वयं दौड़ा चला आता हूं और महाराज श्री ने बताया कि भागवत कथा एक ऐसा नशा है जो कभी नही उतरता है शराब का नशा तो उतर जाता है इसलिए हमें भागवत कथा सुननी चाइए।
इस दौरान ब्राह्मण समाज के लोगो ने भी कथा वाचक स्वामी दयानंद सरस्वती जी का स्वागत किया फिर आरती कर श्री मद भागवत कथा का समापन किया इस कथा में भंवर सेन,शम्भू सेन,नरेन्द्र सेन,समुन्द्र सेन,राजेन्द्र खटीक,राधेश्याम धोबी,अनुराग शर्मा,तेजपाल उपाध्याय, घिसी सेन,पिंकी सेन,साक्षी सेन,गुलाबी खटीक, लाडू गुर्जर,संतोक खटीक,मंजू खटीक आदि उपस्थित रहे।