:- जीवन को उत्तम बनाने के लिए धर्म को अपनाएं: राधाकृष्ण महाराज
राजेन्द्र बबलू पोखरना
कोटड़ी/स्मार्ट हलचल|मुख्यालय स्थित श्रीसुरभी गौ तीर्थधाम श्रीदेवनारायण गोशाला में धन्वन्तरी गौ चिकित्सालय निर्माण के सहयागार्थ श्रीमद भागवत कथा ज्ञान गंगा महोत्सव के छठे दिन शुक्रवार को गौवत्स कथा वाचक राधाकृष्ण महाराज ने कहा कि मनुष्य भव अति दुर्लभ है इसको श्रेष्ठ बनाना है तो धर्म को अपनाना चाहिए। जिसने धर्म को समझ लिया वह जनम मरण के दलदल से मुक्ति पाने का अधिकारी हो जाएगा। भगवान की भक्ति करने केदौरान मन को स्थिर नहीं रखा तो धर्म स्थान पर बैठ कर समय व्यर्थ गंवाना ही होताहै। व्यक्ति को भक्ति मन ससे करने पर ही भगवान से मिलाप हो सकेगा। उन्होने कहा कि मनुष्य का मन इन्द्रियों के घोड़े पर सवार होता है ओर जिसने इन्द्रियों पर विजय पाली वही भगवान कहलाता है। कथा में उपस्त हो कर सुनी हुई वाधी को जीवन में उतारे तो जीवन का कायाकलप होने से कोई नहीं रोक सकता। जिस परिवार में स्त्री धर्मवान एवं संस्कारवान है तो परिवार में धर्म की गंगा बहती है। बच्चे भी संस्कारित होते है। कथा में भगवान श्रीकृष्ण की अनेक लीलाओं पर विस्तार से बताते हुए गायों की सेवा के लिए सभी को अग्रणी रहने पर जोर दिया। साथही परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को प्रति दिन एक रूपया गायों के लिए दान करने को कहा। कथा में भजनों के दौरान श्रद्धालु भाव विभोर हो कर नाचने लगे। इस दौरान श्याम भारती महाराज सांगानेर, पुलिस उपाधीक्षक श्याम सुन्दर विश्नोई, भाजपा प्रवक्ता कैलाश सोनी, संगठनमंत्री चित्ड़गढ़ के परमानन्द, प्रान्त महामंत्री अम्बा लाल र्मा, पंकज अग्रवाल भीलवाड़ा, जिलाप्रचारक गुमान सिंह, सतवीर सिंह ब्यावर, लोकेश वर्मा बिजयनगर सहित माहेश्वरी महिला मण्डल कोटड़ी, गोशाला महिला मण्डल गो सेवाक कोटड़ी सहित अनेक सगठनों के पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। भागवत कथा आयोजन के संरक्षक मुरलीधर काबरा, देवनारायण गोशाला समिति के अध्यक्ष लादू लाल जाट, सचिव गोपाल कुम्हार, भंवर लाल भाम्बी, पवन कुमार, प्रकाश पोखरना, केदार मून्दड़ा, गोपाल गाडरी, ओम पालीवाल, राजेन्द्र काबरा, शिव सुथार, सम्पत माली सहित पदाधिकारियों व सदस्यों ने स्वागत किया। कथा में शाहपुरा, भीलवाड़ा जिले के अलावा अन्य जिलों के श्रद्धालु उपस्थित थे। भागवत कथा का समापन शनिवार को होगा। वहीं गोवत्स राधाकृष्ण महाराज ने शुक्रवर देर शाम को नेहरूनगर स्थित राम देव मन्दिर पंहुच कर दर्शन किए। गोशाला आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं को कथा में उपस्थित होने का आग्रह किया।