उत्तर प्रदेश के सीतापुर में 6 मौत के मामले की गुत्थी उलझती जा रही है. पहले यह बात सामने आई थी कि 40 साल के अनुराग सिंह ने घर के पांच सदस्यों को मारकर खुदकुशी की. लेकिन इसी बीच जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पता चला कि मृतक अनुराग के सिर पर दो गोली के निशान हैं. यानि अगर अनुराग ने खुद को गोली मारी, तो पहली ही गोली में उसकी मौत हो जाती. तो क्या ये हत्या है? अब पुलिस के सामने यह सवाल उठ रहा है. इसी बीच अनुराग के साले अंकित ने हत्या का शक अपने जीजा के भाई अजीत पर जताया है.
यूपी के सीतापुर में एक ही परिवार के 6 लोगों की हत्याकांड मामले एक नया मोड़ आ गया है। बताया जा रहा है कि अनुराग सिंह ने अपने बच्चों, पत्नी और मां को नहीं मारा था, बल्कि उसके बड़े भाई और खुद को चश्मदीद बता रहे अजीत सिंह ने पूरे परिवार की बड़ी बेरहमी से हत्या की है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पाया गया कि जिस अनुराग को आरोपी बताया जा रहा था, उसके सिर में दो गोली लगी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शराब का भी कोई जिक्र नहीं किया गया है। मामला संदेहास्पद लगने पर पुलिस ने कड़ाई से अजीत सिंह से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली है।
आरोपी अजीत सिंह ने पूरी प्लानिंग के साथ हत्याकांड को अंजाम दिया। इससे पहले भाई अजीत ने खुद को चश्मदीद बताते हुए कहा था कि अनुराग ने उसे भी पिस्टल लेकर दौड़ाया लेकिन दरवाजा बंद कर लेने की वजह से बच गया।
पुलिस की पूछताछ में अजीत ने बताया- रात में सबके सोने के बाद सबसे पहले भाई अनुराग की हत्या की। अनुराग पर पहले हथौड़े से वार किया, उसके बाद सिर पर गोली मारी। इसके बाद मां के कमरे में गया और उन पर भी हथौड़े से हमला किया। जब पुलिस ने उससे पूछा कि मां की हत्या क्यों की? तो उसने कहा- वो अनुराग का ही सपोर्ट करती थी। प्रॉपर्टी के झगड़े में भी वो अनुराग का साथ देती थीं। तभी उनकी भी हत्या करने का प्लान बनाया।
इसके बाद ऊपर सो रही भाभी को गोली मारी। वहां गोली चलने की आवाज सुनकर बड़ी भतीजी जग गई। वो कुछ समझ पाती, इससे पहले ही उसे भी गोली मार दी। फिर उसे छत से फेंक दिया। उसके बाद छोटी भतीजी और भतीजे के मुंह और हाथ-पैर पर हथौड़े से हमला किया। फिर उन दोनों को भी छत से फेंक दिया।
पूछताछ में ये भी सामने आया कि इस पूरे हत्याकांड में और लोग भी शामिल हैं। सीओ महमूदाबाद दिनेश शुक्ला ने बताया, हिरासत में अजीत लगातार बयान बदल रहा है। इसलिए पुलिस मोबाइल की CDR की छानबीन कर रही है। खुलासे के लिए तीन टीमें लगी हैं। एसटीएफ भी जांच में सहयोग कर रही है।