Slaughterhouse Removal Memorandum
– अवैध बूचड़खानों के विरूद्ध चल रही कार्रवाई में गति लाकर ध्वस्त करने को लेकर प्रशासन को चेताया
ब्यूरो रिपोर्ट :- शिवराज बारवाल मीना
टोंक । टोंक जिला मुख्यालय शहर में चल रहे अवैध बूचड़खानों को हटाने के लिए अवैध बूचड़खाने हटाओ समिति से जुड़े हुए लोग लगातार प्रयास कर प्रशासन को चेता रहे हैं। इसी क्रम में अवैध बूचड़खाने हटाओ समिति टोंक से जुड़े हुए गणमान्य नागरिकों ने गुरूवार को जिले की नई जिला कलेक्टर डॉ० सौम्या झा से मिलकर शुभकामनाएं दीं और अवैध बूचड़खाने हटाने व 18 जनवरी तक त्वरित कार्रवाई को लेकर ज्ञापन सौंपा हैं।
अवैध बूचड़खाने हटाओ समिति के संयोजक विष्णु गुप्ता ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व समिति से जुडे हुए गणमान्य नागरिकों ने टोंक-सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया के साथ तत्कालीन जिला कलेक्टर डॉ० ओमप्रकाश बैरवा व जिला पुलिस अधीक्षक राजर्षी राज वर्मा से मिले थे। जिस पर तत्कालीन जिला कलेक्टर ने अवैध बूचड़खाने के इस विषय को गंभीरता से लेते हुए स्वयं जिला कलेक्टर अधीनस्थ प्रशासन के साथ मौके पर पहुंचे थे और अधिकारियों को आदेश दिया कि इस पर तुरंत इस पर कार्रवाई की जाए और अवैध बूचड़खानों को ध्वस्त करे। इसके परिणाम स्वरूप वहां उग रहे बंबूलो के कांटों को जेसीबी द्वारा उखाड़ना शुरू कर दिया था। लेकिन बीच में ही जिला कलेक्टर का स्थानांतरण अन्यत्र हो जाने के कारण प्रशासन द्वारा कार्यवाही में ढिलाई के साथ शीथलता आ गई। इससे समिति सदस्यों ने तय किया था कि गुरूवार को नई जिला कलेक्टर डा० सौम्या झा से मिलकर सुखद मुलाकात के साथ ही वहां चल रही अवैध गतिविधियों के बारे में जानकारी देंगे एवं प्रशासन द्वारा अब तक की कार्रवाई एवं पूर्व जिला कलेक्टर द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में यह कहा गया था कि आप लोगों के द्वारा 18 जनवरी को निकालने वाले जुलूस से पहले ही कार्रवाई कर दी जाएगी। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम जैन व समिति सचिव देवीप्रकाश तिवारी ने जिला कलेक्टर को कोर्ट के आदेश व मास्टर प्लान के आदेश भी दिखाए। समिति के प्रवक्ता दुर्गेश गुप्ता ने कहा कि इन अवैध बूच़डखानों की आड़ में टोंक से बहुत बड़ी संख्या में मांस तस्करी की जाती है, जो कि सरासर गलत है। इन बूच़डखानों के आसपास रहने वाले लोगों का जीवन नरक बना हुआ है। जिसकी वजह से टोंक की आधी आबादी प्रभावित है। प्रशासन इसे तुरंत प्रभाव से हटाए और कहा कि इस आंदोलन से जुड़े हुए गणमान्य लोगों ने तय किया है कि अगर प्रशासन द्वारा 18 जनवरी तक इनके खिलाफ कार्रवाई करते और इन्हे ध्वस्थ करते है और समिति की मागें मानते हैं तो 18 जनवरी को प्रशासन को धन्यवाद देने के लिये जुलुस के रूप में जिला कलेक्टर कार्यालय आएंगे। अन्यथा कार्रवाई कराने के क्रम जुलुस के रूप में लोग आएंगे। इस पर जिला कलेक्टर ने समिति के सभी पदाधिकारियों की बातों को गंभीरता से सुना और कहा कि मैं इस पूरे प्रकरण की सम्पूर्ण जानकारी लेकर तुरन्त प्रभाव से कार्रवाई करूंगी। जिला कलेक्टर से मिलने के दौरान अधिवक्ता अनिल कासलीवाल
दिनेश छामुनिया, केदार विजय, राकेश मोदी, दुर्गालाल शर्मा, ओमप्रकाश राजोरा, ओम सांखना चतुरदास रांका, घनश्याम रघुवानी सहित गणमान्य नागरिक आदि लोग उपस्थित थे।