UPPSC परीक्षा विवाद मामले
लाठीचार्ज के बीच छात्रों का प्रदर्शन जारी, ‘न बंटेंगे, न हटेंगे’ के नारों से प्रयागराज गूंजा
शीतल निर्भीक
लखनऊ।स्मार्ट हलचल/उत्तर प्रदेश के संगम प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के बाहर परीक्षा के तरीके को लेकर विरोध कर रहे प्रतियोगी छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। परीक्षा को दो दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) प्रक्रिया को लेकर छात्रों में आक्रोश है। सोमवार सुबह से ही आयोग दफ्तर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया, सभी रास्तों को बैरिकेडिंग से सील कर दिया गया और प्रत्येक गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
छात्रों की मांग है कि पीसीएस और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में कराई जाए। परीक्षा का दो दिन में आयोजन किए जाने के खिलाफ सोशल मीडिया पर ‘हैशटैग यूपीपीएससी आरओ/एआरओ वनशिफ्ट’ अभियान भी चलाया गया, जिसमें 2.40 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने समर्थन दिया। छात्रों के इस आंदोलन को लेकर जिला प्रशासन और आयोग में खलबली मची है।
छात्रों ने आयोग परिसर के बाहर पंफलेट बांटे जिनमें लिखा है “न बंटेंगे, न हटेंगे।” जैसे ही छात्र आयोग की ओर बढ़े, पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया, जिससे वहां भगदड़ मच गई। इस दौरान कई छात्राएं भी आंदोलन में शामिल थीं। लाठीचार्ज के बाद छात्र तितर-बितर हो गए लेकिन प्रदर्शन जारी रखने का संकल्प लिया।
आंदोलन में दिल्ली, एमपी, बिहार, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों से भी छात्र पहुंचे हैं। मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पीएसी और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी तैनात कर दी गई हैं। आयोग ने प्रदेश के 44 जिलों में परीक्षा दो दिन में कराने का निर्णय लिया है और इसके लिए सभी जिलाधिकारियों की बैठक 21 नवंबर को बुलाई गई है।
प्रशासन की सख्ती और पुलिस की तैनाती के बावजूद छात्र डटे हुए हैं और उनकी मांग है कि परीक्षा को एक दिन में कराया जाए।