एक माह तक चले वॉलीबॉल प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन समारोह सम्पन्न।
15 मई से 15 जून तक चले प्रशिक्षण शिविर में कुल एक सौ पच्चास से अधिक खिलाड़ियों ने बाॅलीबाल के गुर सीखकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
शिविर समापन पर अंतर्राष्ट्रीय कोच मनोहर लाल खटीक की तरफ से अतिथियों के हाथों प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं किट भेंट किए गए।
चित्तौड़गढ़। स्मार्ट हलचल/कई वर्षों से चली आ रही प्रथा को इस वर्ष भी चित्तौड़गढ़ के नूतन स्पोर्ट्स क्लब द्वारा जीवित रखा गया। नूतन स्पोर्ट्स क्लब के संयोजन से जिला कलक्ट्रेट के वॉलीबॉल ग्राउंड में एक माह के वॉलीबॉल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन रखा गया जिसका समापन समारोह पूर्वक कार्यक्रम शनिवार 15 जून को वॉलीबॉल ग्राउंड में आयोजित हुआ।
समापन समारोह की अध्यक्षता अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी एवं आसींद के पूर्व विधायक हगामी लाल मेवाड़ा ने की जबकि मुख्य अतिथि पूज्य विनोद चंद यति गुरुदेव, विशिष्ट अतिथि नगर परिषद् उपाध्यक्ष कैलाश पंवार, पूर्व अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील कुमार झा, पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनलाल चावला, पत्रकार संजय खाबिया मंचासीन रहें।
मंचासीन अतिथियों में मांगीलाल राव, शराफत हुसैन, मांगीलाल बाथरा, हिम्मत सिंह झाला, जयदीप सिंह शेखावत, हंसराज पूरी, दिनेश गुप्ता, अनिल नाहर, सत्यनारायण बाथरा, यशवंत शर्मा, सरदार जोगेंद्र सिंह होंडा और अभियंता अनिल सुखवाल मौजूद रहें ।
कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी नारायण नीलमणि, प्रतिवेदन की प्रस्तुति पंकज व्यास और स्वागत उद्बोधन पंकज टांक ने किया जबकि अतिथियों का स्वागत प्रशिक्षक गणों में रंजीत चावला, जशवंत चावला, हेमंत राव और निशांत पुरोहित ने किया।
ओम प्रकाश वर्मा उर्फ गुड्डू भाई कचोरी वाले को प्रशिक्षणार्थियों के अल्पाहार व्यवस्था करने पर मंच पर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि हगामी लाल मेवाड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे जमाने के हम प्लेयर थे आज हम उच्च पदों पर पहुंच गए लेकिन हमारी मूल पहचान खेल से ही है हम कहीं चले जाते हैं हमें लोग हमारे खेल के कारण याद करते हैं। उन्होंने कहा कि चित्तौड़गढ़ में बाॅलीबाल में जो मेडल मनोहर लाल खटीक के पास है और इनका जो खेल के प्रति समर्पित योगदान में उपलब्धि है वह किसी और के पास नहीं है जिससे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। मेवाड़ा ने कहा कि हमारे साथ के कई खिलाड़ी एडीशनल एसपी, एसपी, डीआईजी जैसे ऊंचे पदों पर रहकर सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अपने उद्बोधन के अन्त में उन्होंने सभी का आभार जताया।
यति जी महाराज ने कहा कि मैं भी क्रिकेट का खिलाड़ी रहा हूं। सीके नायडू कोच को 1984 को हमने क्रिकेट का टूर्नामेंट करवा कर चित्तौड़गढ़ बुलाया था जिसमें मनोहर लाल खटीक का अद्वितीय सहयोग रहा। यति जी महाराज ने सभी खिलाड़ियों और बच्चों को आशीर्वाद प्रदान किया।
कैलाश पंवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि मनोहर लाल खटीक जो इतने सालों से लगातार अनवरत बाॅलीबाल खेल प्रशिक्षण शिविर लगा रहे हैं और देश को उत्कृष्ट खिलाड़ी दे रहे हैं यह कोई छोटी बात नहीं है।
पूर्व प्रशासनिक अधिकारी सुनील कुमार झा ने बच्चों को खेल के साथ पढ़ाई को भी प्राथमिकता देने के लिए कहा उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है और दिमाग को किताबों से पोषित कर आईएएस, आर ए एस और डाॅक्टर जैसे सम्मानित पदों पर पहुंचे और मोबाइल से दूर रहें बच्चे।
नेशनल प्लेयर गोल्ड मेडल प्राप्त मुस्कान बाथ्रा, नेशनल प्लेयर चयन कुमार, शुभ करण चावला, संदीप सुथार, निर्मल चावला और हिमांशु उर्फ बिट्टू पुरोहित का मुख्य अतिथि हगामी लाल मेवाड़ा और यति जी महाराज ने और सभी प्रशिक्षणार्थियों को अतिथियों ने ट्रेक सूट एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।