काछोला में पूर्णाहुति के साथ श्रीमद् भागवत कथा संपन्न
काछोला 16 सितम्बर -यज्ञ से खुलते हैं सद्गुणों के द्वार
स्मार्ट हलचल/श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिन कथा व्यास आचार्य हंस चैतन्य ने सभी से भक्ति मार्ग से जुड़ने व सत्कर्म करने को कहा। उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ से वातावरण व वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं।
कथा को सुनने मात्र से पाप पुण्य में बदल जाते हैं-
आचार्य श्री ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण मात्र से व्यक्ति भवसागर को पार कर जाता है। श्रीमद् भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान व वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप, पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है।
भक्तों ने लिया आचार्य श्री का आशीर्वाद,विदाई में भाव विभोर हुए श्रद्धालु- मीडिया प्रभारी भैरु लाल मंत्री ने बताया कि
कथा की समाप्ति के बाद श्रद्धालुओं ने आचार्य श्री हंस चेतन्य जी महाराज का आशीर्वाद लिया और प्रसाद ग्रहण किया। इस सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दौरान डॉ कैलाश चंद वैष्णव,शोभाराम मालू,जगदीश बसेर,घनश्याम पोरवाल,ओम प्रकाश मूंदड़ा,सूर्य कांत त्रिवेदी,शंकर लाल सोडानी,रमेश चंद काष्ट,डॉ राधेश्याम वैष्णव,भैरु लाल मंत्री महावीर मंत्री सहित कई गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और आचार्य श्री हंस चैतन्य जी महाराज के सानिध्य में सत्संग सभा व भागवत कथा के बाद उनकी विदाई में श्रद्धालु भाव विभोर होकर नम आंखों से विदा किया।