एनीमिया के चलते हो गई थी जवान की मौत
बानसूर ।स्मार्ट हलचल/कस्बे के निकटवर्ती मल्लूवास गांव के रहने वाले भारतीय सेना की 1812 राकेट रेजिमेंट डामडिंग बकराकोट बंगाल में नायक के पद पर तैनात विक्रम प्रजापत की बीमारी के चलते कलकत्ता अस्पताल में सोमवार को ईलाज के दौरान मौत हो गई। जवान एनीमिया होने से पिछले एक महीने से कलकत्ता अस्पताल में भर्ती थे। जवान की मौत की सूचना मिलने पर गांव में शोक की लहर छा गईं। जवान का पार्थिव शरीर मंगलवार दोपहर को क़रीब 12 बजें हरसौरा पहुंचा जहां से सेना के वाहन के साथ युवाओं ने जवान के सम्मान में 2 किलोमीटर हरसोरा से उनके गांव मल्लूवास तक तिंरगा यात्रा निकाली। इस दौरान विक्रम प्रजापत अमर रहे के जयकारों की गूंज रहीं। जवान का पार्थिव शरीर घर पहुंचने पर कोहराम मच गया। सभी की आंखें नम हों गई। जवान के 10 वर्षीय बड़े बेटे विकास ने पिता को मुखाग्नि दी। जवान का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सेना के अधिकारियों व स्थानीय तहसीलदार गजेंद्र सिंह राठौड़ द्वारा पुष्प चक्र अर्पित कर जवान कों श्रद्धांजलि दी गई। आपकों बता दें कि विक्रम प्रजापत 2009 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। उनको दो बेटे जिनमें बड़ा बेटा 10 साल का और छोटा बेटा आयुष 8 साल का हैं। बड़ा बेटा कक्षा 5 और छोटा बेटा कक्षा 4 में पढ़ाई करते है। विक्रम कुमावत के पिता नाराराम मिस्त्री का काम करते है। विक्रम प्रजापत सात भाई बहन हैं जिसमें दो भाई और पांच बहने है। बड़ा भाई सतवीर भी पिता की भांति मिस्त्री का काम करता है। इस मौके पर तहसीलदार गजेन्द्र सिंह राठौड़, नायब तहसीलदार अर्जुन लाल सालोदिया, हरसौरा थाना प्रभारी प्रदीप कुमार, पंचायत समिति सदस्य प्रदीप यादव, भूपेन्द्र चौहान, रामशरण सरपंच,कमल मीणा, सुरेन्द्र यादव, कर्ण यादव, नितिन यादव, सैनिक कल्याण लीग के अधिकारी सुबेदार सुवालाल यादव, ओमपाल राज चौहान सहित हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।