पिता के नेत्रदान-संकल्प को पुत्रों ने नेत्रदान करके पूरा किया-
भवानीमंडी से 141 वाँ नेत्रदान-
रणवीर सिंह चौहान
भवानी मंडी/स्मार्ट हलचल/ नेत्रदान के संकल्प से परिवार में नेत्रदान के प्रति एक सकारात्मक भावना जागृत होती है और यही कारण है कि जैसे-जैसे भवानीमंडी में नेत्रदान संकल्प बढ़ रहे हैं, लगातार नेत्रदान के लिए परिवारजन स्वयं पहल करके आगे आ रहे हैं।
भारत विकास परिषद के नेत्रदान प्रभारी कमलेश गुप्ता दलाल ने बताया कि राजस्थान टेक्सटाइल मिल में अकाउंट्स डिपार्मेंट अधिकारी दिनेश जैन एवं भाजपा नेता विनोद जैन के पिता दानमल जैन का रात्रि को 2 बजे निधन होने के पश्चात परिवार के द्वारा नेत्रदान की इच्छा प्रकट की गई एवं सूचना देने पर शाइन इंडिया फाउंडेशन के डॉ कुलवंत गौड़ ने रात्रि को 4 बजे भवानीमंडी पहुंचकर घर पर नेत्रदान प्रक्रिया संपादित करके कोर्निया प्राप्त किया। नेत्रदान प्रक्रिया में सर्वेश्वर माहेश्वरी एवं आशीष भराड़िया ने सहयोग किया। पुत्र दिनेश जैन एवं विनोद जैन ने बताया कि उनके पिता के द्वारा नेत्रदान का संकल्प किया हुआ था ऐसे में पिता के संकल्प को पूरा करने के लिए ही परिवार ने स्वयं पहल करके नेत्रदान का निर्णय लिया। गर्मी में उपयुक्त नेत्रदान के लिए समय की महत्वता होती है ऐसे में उन्होंने बिना इंतजार किया अस्पताल में ही पहला निर्णय नेत्रदान का लिया उसके पश्चात पार्थिव शरीर को घर लेकर आए। नेत्र उत्सरक डॉ कुलवंत गौड़ के अनुसार समय पर नेत्रदान प्रक्रिया संपादित होने से कॉर्निया श्रेष्ठ गुणवत्ता का पाया गया है जिससे दो नेत्रहीनों को नई नेत्र-ज्योति प्राप्त हो सकेगी।
नेत्रदान कार्यक्रम के नगर संयोजक कमलेश गुप्ता दलाल के अनुसार शाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से यह भवानीमंडी क्षेत्र से प्राप्त 141 वाँ नेत्रदान है।