रोहित सोनी
आसींद । आसींद के निकटवर्ती गांव बदनोर में एक साथ 5 पैंथर का मूवमेंट देखा गया। आपको बता दे की आसींद करेड़ा वह बदनोर क्षेत्र में अधिक मात्रा में इन दिनों पैंथर की आवाजाही देखी गई है। इन क्षेत्रों में काफी मात्रा में ग्रेनाइट की खदान संचालित है जहां ग्रेनाइट खदान के डंपिंग यार्ड में ग्रेनाइट का मलबा डंपिंग किया जाता है। इस मलबे में पैंथर अपना निवास बना बैठे हैं। बदनोर उपखंड क्षेत्र के टूमिया गांव के पास जंगल से भी रोजाना पैंथर की खबरे निकलकर सामने आ रही है। इसके कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना है। वैसे वन विभाग की टीम अपने स्तर पर सारी व्यवस्थाओं को देख रही है लेकिन उनके पास संसाधनों की कमी के चलते यदि रेस्क्यू करना या फिर उन्हें पकड़ना होता तो बाहर से टीम को बुलाना पड़ता है। वन विभाग के जवान तो तैनात किए गए लेकिन उनके पास कोई संसाधन उपलब्ध नहीं है। उपखंड क्षेत्र में कई बार पैंथर जंगल में भेड़-बकरियों को अपना निवाला बना चुके हैं। ऐसे में ग्रामीणों व पशुपालकों में भी भय का माहौल बना हुआ है। बदनोर वन रेंज के ठुमिया गांव में सुबह सुबह एक साथ 5 पैंथर की फैमिली दिखाई दी। पैंथर की दहाड़ सुनकर चरवाहा डर गया तो उसने मोबाइल में वीडियो बना लिया। जिसके बाद पैंथर जंगल में चले गए। पैंथर फैमिली देखने के बाद लोगों में डर का माहौल बन गया। वन विभाग के कर्मचारी पैंथर के मूवमेंट पर नजर रखे हुए है। पैंथर की खबर सुनकर गांव के लोग इकट्ठा हो गए। हाथों में लट्ठ और डंडे लेकर ग्रामीण माइंस एरिया के पास पहुंचे। वही ग्रामीणों के बताए अनुसार वन अधिकारी माइंस के पत्थरों तक पहुंचे और पैंथर की मूवमेंट को ट्रेक कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्र में आए दिन पैंथर दिखाई देता है। कई बार पैंथर पशुओं का शिकार भी कर चुके है। ऐसे में पशुपालकों में पैंथर का सबसे अधिक भय बना हुआ।