बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक मूल्यांकन परीक्षा हुई आयोजित
करौली/ मदन मोहन भास्कर। स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, यूएलएलएएस (अंडरस्टैंडिंग लाइफलांग लर्निंग फॉर ऑल इन सोसायटी) नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में रविवार को ब्लॉक श्रीमहावीरजी के 21 परीक्षा केंद्रों पर बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक मूल्यांकन परीक्षण आयोजित हुई श्रीमहावीरजी के ब्लॉक समन्वयक हेमराज मीना ने बताया कि इस महत्वपूर्ण राष्ट्रव्यापी मूल्यांकन में 128 महिला व 382 पुरुष कुल 510 शिक्षार्थी शामिल हुए। इस मूल्यांकन में तीन विषय पढ़ना,लिखना और संख्यात्मक ज्ञान शामिल हैं। प्रत्येक के कुल 50 अंक होंगे। यह परीक्षा पंजीकृत गैर साक्षर शिक्षार्थियों की बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल का मूल्यांकन करने के लिए विकसित की गई है।
ये परीक्षा बहुभाषावाद को बढ़ावा देने और शिक्षा के माध्यम के रूप में मातृभाषा या स्थानीय भाषा का उपयोग करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप, शिक्षार्थियों की क्षेत्रीय भाषा में आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा को क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित करने से भाषाई विविधता को प्रोत्साहन देने और संरक्षित करने में सहायता मिलेगी। 17 मार्च को आयोजित हो रहा एफएलएनएटी विकसित भारत और जन जन साक्षर भारत के विजन को अर्जित करने की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है। पूरे देश में साक्षरता दर बढ़ाने में यूएलएलएएस की निरंतर सफलता और प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक हैं। परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार शर्मा एवं जिला सतत शिक्षा समन्वयक मेनका मित्तल द्वारा किया गया।