नहीं दे पाएंगी कोई Exam,
- case filed against IAS Pooja Khedkar
यूपीएससी ने IAS पूजा खेडकर पर केस दर्ज कराया है। साथ ही उनकी आईएएसी की दावेदारी रद्द करने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
आईएएस पूजा खेडकर की मुश्किलें बढ़ गई है। आज यूपीएससी ने आईएएस पूजा दिलीप खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। ये मामला कथित जालसाजी के तहत दर्ज कराया गया है साथ ही ट्रेनी आईएएस को उनकी उम्मीदवारी रद्द करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने उनकी ट्रेनिंग रद्द कर दी थी और LBSSNA ने उन्हें 23 जुलाई को मसूरी रिपोर्ट करने का आदेश जारी किया था।
इसके साथ ही यूपीएससी ने पूजा खेडकर को उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं/चयनों से वंचित करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पूजा पर लगे हैं कई आरोप
बता दें कि 2023 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी खेडकर के ऊपर हाल ही में पुणे में ट्रेनिंग के दौरान पावर और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था।
यूपीएससी ने विस्तृत और गहन जांच की
आयोग ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 की अस्थायी रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के दुर्व्यवहार की विस्तृत और गहन जांच की है।”
अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम छुपाया
आयोग ने बयान में कहा है कि जांच से पता चला है कि खेडकर ने अपना नाम, अपने पिता और माता का नाम, अपनी तस्वीर/हस्ताक्षर, अपनी ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर अपनी पहचान बदलकर परीक्षा नियमों के तहत स्वीकार्य सीमा से अधिक प्रयास किए।
आगे कहा गया कि यूपीएसएसी अपने संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने में, अपने संवैधानिक जनादेश का सख्ती से पालन करता है और बिना किसी समझौते के साथ सभी परीक्षाओं सहित अपनी सभी प्रक्रियाओं का संचालन करता है। यूपीएससी ने अत्यंत निष्पक्षता और नियमों के सख्त पालन के साथ अपनी सभी परीक्षा प्रक्रियाओं की पवित्रता और अखंडता सुनिश्चित की है। यूपीएससी ने जनता, विशेषकर उम्मीदवारों से विश्वास और विश्वसनीयता कमाई है। आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट रूप से प्रतिबद्ध है कि विश्वास और विश्वसनीयता का ऐसे ही बरकरार रहे और किसी भी हाल में इससे समझौता न किया जाए।
उल्लेखनीय है कि पूजा तब विवादों में घिरी थीं जब पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनाती मिलते ही उन्हें कथित रूप से खास मांगें कर डालीं। आरोप है कि पूजा ने तैनाती लेने से पहले ही कार, आवास, कर्मचारी और अलग कमरे के लिए बार-बार दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर यह सुविधाएं नहीं मिलती। वहीं, हाल ही में उनकी मां को भी किसानों को धमकाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पूजा के दिव्यांगता सर्टिफिकेट पर सवाल उठ चुके हैं।