वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर जारी कयावद के बीच कांग्रेस के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार 19 जनवरी को रुख साफ कर दिया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस विचार को दरकिनार कर हाई पावर कमेटी को भंग किया जाए. वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए उन्होंने उच्च स्तरीय समिति के सचिव को पत्र लिखा है. उन्होंने इस पत्र में साफ कहा कि हम इसके खिलाफ है.
मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?
खरगे ने 17 बिंदुओं में अपने सुझाव समिति के पास भेजे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और देश के लोगों की ओर से मैं उच्च स्तरीय समिति के अध्यक्ष (कोविदं) से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि वे संविधान और संसदीय लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उनके व्यक्तित्व और भारत के पूर्व राष्ट्रपति के पद का दुरुपयोग न करने दें.’’
उन्होंने आगे कहा, ”कांग्रेस एक राष्ट्र, एक चुनाव के विचार का कड़ा विरोध करती है. एक संपन्न और मजबूत लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि इस पूरे विचार को त्याग दिया जाए.’’
वन नेशन, वन इलेक्शन पर उच्च स्तरीय समिति के प्रमुख राष्ट्रपति कोविंद ने बुधवार को दिल्ली में मद्रांस उच्च न्यायलय के पूर्व मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति मुनीश्वर नाथ भंडारी से मुलाकात की. बयान में कहा गया कि एक राष्ट्र एक चुनाव पर विचार विमर्श जारी रखते हुए उच्चस्तरीय समिति के अध्यक्ष कोविंद ने दिल्ली उच्च न्यायालय की पूर्व मुख्य नायाधीश न्यायमूर्ति गोरला रोहिणी और पूर्व CEC सुशील चंद्रा के साथ चर्चा की.