HomeHealth & Fitnessपुरानी कब्ज से छुटकारा पाना है तो अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय

पुरानी कब्ज से छुटकारा पाना है तो अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय

खराब खान-पान की वजह से कब्ज (Constipation) एक गंभीर समस्या बन गया है. खाने के बाद लेटना या बैठना कब्ज के लिए काफी हद तक जिम्मेदार होती है. जिन लोगों को अक्सर कब्ज की समस्या रहती है, वो जानते हैं कि यह किस तरह उनकी लाइफस्टाइल को इफेक्ट करती है, कब्ज की वजह से आपको तनाव, चिंता, मोटापा जैसी परेशानियां हो सकती हैं. ऐसे में कुछ घरेलू नुख्से को अपनाने से आप कब्ज की समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं.

कब्ज क्या है? (What is Constipation

आम भाषा में कहें तो सुबह शौच के समय ठीक से पेट साफ ना होना ही कब्ज है. कब्ज के कारण पेट में मल जमा होने लगता है और शौच के दौरान पूरी तरह बाहर नहीं निकलता है. जिसकी वजह से शौच के दौरान बहुत प्रेशर डालना पड़ता है और इस प्रेशर की वजह से शौच के समय तेज दर्द और जलन होने लगती है.

एक हफ्ते में तीन या उससे भी कम बार शौच करना कब्ज की समस्या मानी जाती है. ऐसे में कब्ज दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं या नजदीकी डॉक्टर से मिलें.

कब्ज के मुख्य कारण (Causes of Constipation

कब्ज होने के कई कारण हैं जिनमें अधिकांश कारण आपके खानपान से ही जुड़े हुए हैं. आइए कब्ज के कुछ प्रमुख कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं:

कम पानी पीना: 

कम पानी पीने से मल की गति में रुकावट होती है और इससे पेट में पड़ा मल ठोस या कड़ा होने लगता है. जिससे कब्ज होने लगता है. अगर आप दिन भर में सिर्फ 2-3 गिलास ही पानी पी रहे हैं तो कब्ज होना लगभग तय है. इसलिए कोशिश करें कि दिन भर में कम से कम 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं.

कब्ज का दुश्मन

अगर आप भी कब्ज के कारण बार-बार दवाएं लेकर परेशान हो चुके हैं, तो अब आपको महंगी दवा नहीं बल्कि पान के पत्ते का इस्तेमाल में लाना चाहिए। पान के पत्ते में कब्ज दूर करने वाले कई शक्तिशाली गुण पाए जाते हैं, जो कब्ज को दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर समेत कई खास गुण कब्ज को दूर करने में मदद करते हैं

सेवन करने का सही तरीका

जो लोग कब्ज की समस्या से परेशान हैं, उनके लिए पान का पत्ता बेहद फायदेमंद माना जाता है। लेकिन इसका इस्तेमाल करने का तरीका भी सही होना चाहिए। पान के पत्ते को रातभर थोड़े पानी में भिगोकर रखें। सुबह पत्ते के निकाल कर अच्छे से चबा लें। चबाने के दौरान इससे निकलने वाला रस पीते जाएं और बाद में चाहें तो आप पत्ते को थूक भी सकते हैं। जिस पानी में आपने पत्ते को भिगोया था, उसे भी आप खाली पेट पी सकते हैं।

कब्ज के लक्षण 

  • सप्ताह में तीन से कम बार मल त्यागना या शौच करना
  • गांठदार या कठोर मल होना
  • मल त्यागने के लिए जोर लगाना
  • ऐसा महसूस होना जैसे आपके मलाशय में कोई रुकावट है जिससे मल आसानी से बाहर नहीं निकल रहा है
  • शौच करने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होना
  • शौच के दौरान अपने पेट पर दबाव डालने के लिए अपने हाथों का उपयोग करना और मलाशय से मल को निकालने के लिए उंगली का उपयोग करना

अगर आपने पिछले तीन महीनों में इनमें से दो या अधिक लक्षणों का अनुभव किया है तो यह दर्शाता है कि आप पुरानी या क्रोनिक कब्ज से पीड़ित हैं.

कब्ज दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic Remedies for Constipation in Hindi)

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक इलाज अपनाकर कब्ज की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. अगर आपको कब्ज के लक्षण दिखें तो यहां बताए गए आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं:

त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna)

त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो आंवला, हरड़  और बहेड़ा जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बनती है. त्रिफला के औषधीय गुणों को देखते हुए ही अधिकांश लोग त्रिफला का इस्तेमाल कब्ज की दवा (Kabj ki Dawa) के रूप में करते हैं. कब्ज दूर करने के लिए रात को सोते समय एक छोटी चम्मच त्रिफला पाउडर को गुनगुने पानी के साथ लें या एक टैबलेट त्रिफला कैप्सूल लें.

इसबगोल (Isabgol)

कब्ज से राहत दिलाने में इसबगोल (प्लांटेगो) काफी प्रभावी माना जाता है. यह एक प्राकृतिक फाइबर स्रोत है जो आपकी पाचन प्रक्रिया को सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है. आधे से एक चम्मच ईसबगोल को एक गिलास गुनगुने पानी में भिगोकर खाएं. रात में सोने से पहले इसका सेवन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है.

एलोवेरा जूस (Aelovera Juice)

एलोवेरा जूस में फाइबर, एंजाइम्स और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को सुधारते हैं. इसके अलावा यह लैक्सेटिव की तरह असर करता है जिससे कब्ज के मरीजों को शौच के दौरान ज्यादा जोर नहीं लगाना पड़ता है.

डाइट और लाइफस्टाइल में लाएं ये बदलाव 

सुबह गर्म पानी पिएं:

सुबह उठकर शौच जाने से पहले एक गिलास गर्म पानी पिएं. ऐसा नियमित रूप से करने से पेट अच्छे से साफ होता है और कब्ज की समस्या कम होने लगती है.

पानी की मात्रा बढ़ाएं:

जैसा कि इस लेख में पहले बताया गया है दिन में कम से कम 6-8 गिलास पानी जरूर पिएं. इससे पाचन तंत्र सही रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती है.

फल और सब्जियां खाएं:

फल और सब्जियों में फाइबर भरपूर मात्रा में मिलता है. फाइबर वाली चीजें खाने से मल कठोर या सख्त नहीं होता है जिससे शौच के दौरान मल आसानी से बाहर निकल जाता है. इसलिए सभी मौसमी फल और हरी पत्तेदार सब्जियां खूब खाएं.

दूध में घी डालकर पिएं: 

रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक छोटा चम्मच घी मिलाकर पिएं. इससे भोजन भी अच्छी तरह पच जाता है और सुबह शौच के समय कोई कठिनाई भी नहीं होती है.

नारियल पानी:

कब्ज दूर करने के लिए रोजाना एक गिलास नारियल पानी पिएं. इसे पीने से शरीर को की जरूरी पोषक तत्व मिल जाते हैं साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है.

एक्सरसाइज करें:

रोजाना कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज या योग जरूर करें. एक्सरसाइज करने से भोजन आसानी से पच जाता है और शरीर भी स्वस्थ रहता है. कब्ज दूर करने के लिए आप हालासन, धनुरासन या भुजंगासन जैसे योग कर सकते हैं.

दिन में सोने से बचें:

आयुर्वेद के अनुसार कुछ ऋतुओं में दिन में सोने से परहेज करना चाहिए, खासतौर पर वर्षा ऋतु में। इस ऋतु में सोने से पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है और कब्ज की समस्या बढ़ सकती है.

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