Home Remedies For Gas Problem:रोज़ाना लाखों लोग एसिडिटी की समस्या से जूझते हैं और यकीन मानिए जो इस परेशानी से गुज़रता है सिर्फ वही समझ सकता है कि इसमें कितनी परेशानी होती है। एसिडिटी में सीने में जलन होना, खट्टी डकारें आना और बेचैनी होना बहुत आम है। एसिडिटी कई कारणों से हो सकती है, जैसे कि ज़्यादा खा लेने से या फिर बहुत ज़्यादा शराब पीने से या फिर किसी तरह की फूड ऐलर्जी से।
एसिडिटी अक्सर उस वक्त होती है जब पेट का एसिड आपके ईसोफेगस यानि कि खाने की नली में पहुंच जाता है। आमतौर पर ये प्रक्रिया हानिकारक नहीं है और बहुत ही आम है लेकिन अगर ऐसा अक्सर होने लगे तो इससे आपके खाने की नली जल सकती है और आपके पेट में अल्सर की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
एसिडिटी के लक्षण
- गले, पेट और सीने में जलन होना
- गैस
- बदहजमी
- कब्ज
- सांसों की बदबू
- जी मिचलाना
- लगातार डकार आना
- पेट में भारीपन महसूस होना
- बिना पचा हुआ खाना मुंह को आना
एसिडिटी के कारण
- ज़रूरत या भूख से ज़्यादा खाना
- गलत समय पर खाना
- बहुत लंबे गैप के बाद खाना
- बहुत ज़्यादा चाय-कॉफी पीना
- बहुत ज़्यादा तेल-मसाले वाला खाना खाना
- बहुत ज़्यादा शराब या सिगरेट पीना
- भरपूर नींद न लेना
- ज़्यादा स्ट्रेस लेना
एसिडिटी के घरेलू उपाय
- सौंफ – 1 चम्मच मोटी सौंफ को अच्छी तरह चबा कर खाएं और उसके बाद गुनगुना पानी पी लें, इससे ना सिर्फ एसिडिटी में आराम मिलेगा बल्कि सीने की जलन और ब्लोटिंग से भी आराम मिलेगा और पाचन क्रिया भी बेहतर होगी। अगर आपको अक्सर एसिडिटी होती है तो रात में एक कप पानी में थोड़ी सौंफ और मिश्री भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट इसे पी लें।
- जीरा – जीरा एक गैस्ट्रो-प्रोटेक्टिव इंग्रीडिएंट है यानि कि ये पेट और पाचन क्रिया के लिए बहुत ज़्यादा फायदेमंद है। एसिडिटी की सूरत में 1 चम्मच जीरे को 1 गिलास पानी में उबालें जब तक पानी आधा ना रह जाए। इस पानी को पीने से सीने की जलन, जी मिचलाना, पेट दर्द, कब्ज और ब्लोटिंग से काफी आराम मिलता है।
- लौंग – एसिडिटी होने पर लौंग का एक टुकड़ा मुंह में रख कर चूसे और आपको थोड़ी देर में ही आराम महसूस हो जाएगा। लौंग चूसने से आपको ना सिर्फ एसिडिटी से आराम मिलेगा बल्कि पेट की जलन और खट्टी डकारों से भी आराम मिलेगा।
- गर्म पानी – सुबह-सुबह खाली पेट और रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुना पानी पीने से एसिडिटी में काफी आराम मिलेगा।
- तरबूज़ का रस – एसिडिटी होने पर एक गिलास तरबूज़ का रस पिएं। ये ना सिर्फ पाचन क्रिया को बेहतर करता है बल्कि पेट को ठंडा भी रखता है।
- बड़ी इलायची – एसिडिटी होने पर एक बड़ी इलायची के दानों को अच्छे से चबा कर खाएं और उसके बाद एक गिलास पानी पी लें। इससे ना सिर्फ आपको एसिडिटी से आराम मिलेगा बल्कि गैस से भी आराम मिलेगा।
- ठंडा दूध – एसिडिटी होने पर आधा या एक कप ठंडा दूध पीने पर काफी आराम मिलता है। ठंडा दूध एसिडिटी पैदा करने वाले एसिड को सेटल करने में मदद करता है।
- अदरक – कच्चे अदरक का एक टुकड़ा चबाने से एसिडिटी में बहुत आराम मिलता है। इतना ही नहीं दिन में एक या दो बार जिंजर टी (बिना दूध वाली) पीने से एसिडिटी से बचाव किया जा सकता है।
- केला – एसिडिटी होने पर केला खाने से भी काफी आराम मिलता है ये एसिडिटी को न्यूट्रलाइज़ करता है और इससे सीने की जलन में आराम मिलता है।
- पपीता – पपीते में मौजूद पापैन एनज़ाइम गैस्ट्रिक ऐसिड सिक्रीशन को कंट्रोल करता है जिससे ऐसिडिटी को अवॉयड किया जा सकता है। पपीते को नियमित रूप से डाएट में शामिल करने से एसिडिटी से बचा जा सकता है।
- अजवायन – अजवायन पाचन क्रिया के लिए बहुत ही फायदेमंद है इसके साथ ही ये एक नैचुरल ऐंटैसिड है जिससे एसिडिटी में काफी आराम मिलता है। ऐसिडिटी होने पर एक छोटा चम्मच अजवायन चबा कर पानी पी लें। इसके साथ भी आप चाहें तो अजवायन को पानी में उबाल कर इस पानी का भी सेवन कर सकते हैं एसिडिटी से आराम पाने के लिए।
- हल्दी – डाइट में नियमित रूप से हल्दी को शामिल करने से एसिडिटी में काफी आराम मिलता है। इसके साथ ही गुनगुने पानी में एक चुटकी हल्दी डाल कर पीने से भी ऐसिडिटी में काफी आराम मिलता है।
- नारियल पानी – रोज़ाना एक गिलास नारियल पानी पीने से ना सिर्फ डायजेस्टिव सिस्टम को ठंडक मिलती है बल्कि ये पेट में हद से ज़्यादा ऐसिड प्रोडक्शन को भी रोकता है।
- पुदीना – पुदीना एक नैचुरल कूलिंग एजेंट है जो डाइजेशन के लिए बहुत ही अच्छा और फायदेमंद माना जाता है। ये ऐसिड रीफ्लक्स को कंट्रोल करता है और एसिडिटी के दूसरे लक्षणों से भी आराम दिलाता है।
- तुलसी – ऐसिडिटी होने पर या ऐसे ही रोज़ाना तुलसी की 3-4 पत्तियां चबाने पर एसिडिटी से आराम मिलता है। तुलसी में मौजूद एनज़ाइम्स पेट की लाइनिंग के लिए बहुत ज़्यादा फायदेमंद हैं।
- छाछ – छाछ में मौजूद लैक्टिक ऐसिड पेट की एसिडिटी को न्यूट्रलाइज़ करने में मदद करता है। ये एसिड रिफ्लक्स को कंट्रोल करता है। खाने के साथ एक गिलास छाछ पीने से एसिडिटी को अवॉयड किया जा सकता है।
- एप्पल साइडर विनेगर
- गुड़ – खाने के बाद एक छोटा टुकड़ा गुड़ खाने से ना सिर्फ डाइजेशन बेहतर होता है बल्कि ये पेट को ठंडक भी पहुंचाता है। ये एसिड रिफ्लक्स को कंट्रोल करता है और सीने की जलन से आराम दिलाता है।
- एलोवेरा जूस – एलोवेरा जूस ओवरॉल हेल्थ के लिए बहुत ज़्यादा फायदेमंद है खासतौर पर पेट के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। इसमें मौजूद विटामिन्स और इसकी एंटी-इनफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज़ एसिडिटी से आराम दिलाने में बहुत ज़्यादा मदद कर सकते हैं।
- अनानास का रस – बहुत लोगों को ये गलतफहमी होती है कि अनानास बहुत ज़्यादा एसिडिक होता है, हालांकि इससे आपको एसिडिटी तभी होगी अगर आप इसे खाली पेट पीते हैं। खाने के साथ या खाने के बाद अनानास का जूस पीने से एसिडिटी में काफी आराम मिलता है।
एसिडिटी से बचने के तरीके
- सोने से तुरंत पहले कुछ ना खाएं
- खाने के साथ सोडा या कार्बोनेटेड ड्रिंक्स ना पिएं
- खाने के बाद थोड़ा टहलें
- नियमित रूप से थोड़ी-बहुत एक्सरसाइज़ करें
- चाय-कॉफी की मात्रा कम करें
- खाने के साथ कच्चा प्याज़ ना खाएं
- बहुत ज़्यादा चॉकलेट ना खाएं
- बहुत ज़्यादा शराब ना पिएं