Murder of BJP leader and wife
BJP नेता और उनकी पत्नी की हत्या,खिड़की की जाली तोड़कर अंदर घुसे थे बदमाश
उज्जैन के माकड़ोन इलाके में हाल ही में हुए सरदार पटेल की मूर्ति विवाद के बाद से ही तनाव का माहौल बना हुआ था। लेकिन बुधवार को इस तनाव ने एक खौफनाक रूप ले लिया, जब भाजपा नेता रामनिवास कुमावत और उनकी पत्नी की निर्मम हत्या कर दी गई। यह घटना सीएम मोहन यादव के गृह जिले में हुई है, जिससे विपक्ष ने सरकार पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुमावत दंपति अपने घर में सो रहे थे, जब अज्ञात हमलावरों ने उन पर धारदार हथियारों से हमला किया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस अभी तक हमले के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है और जांच चल रही है।
हत्या की खबर फैलते ही उज्जैन में हड़कंप मच गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और सरकार से हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर घटना पर दुख जताया और राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की।
ऐसे दिया पूरी घटना को अंजाम
उज्जैन से करीब 25 किलोमीटर दूर ग्राम पिपलौदा द्वारकाधीश निवासी पूर्व सरपंच और भाजपा मंडल अध्यक्ष रामनिवास कुमावत (70 साल) अपनी पत्नी मुन्नी कुमावत के साथ अपने घर पर थे. वहीं शुक्रवार की देर रात करीब 3 से 5 के बीच अज्ञात बदमाशों ने घर के पीछे की खिड़की के ग्रिल तोड़कर घर में घुस गए और दोनों की धारदार हथियार से हत्या कर दी. हालांकि घटना की जानकारी शनिवार सुबह लोगों को मिली, जब वो घूमने घर से बाहर नहीं निकले.
दरअसल, घर के बाहर नहीं आने के बाद रामनिवास कुमावत के साले सुरेश ने उन्हें फोन किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. जिसके बाद सुरेश घर पहुंचा, लेकिन उस समय घर का दरवाजा बंद था. जिसके बाद उसने घर की खिड़की से देखा तो दोनों जमीन पर पड़े दिखे. जिसके बाद सुरेश ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही SP सचिन शर्मा फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
SP बोले-हत्यारों को जल्द पकड़ेंगे
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि दंपति घर में अकेले रहते थे. घर में सामान बिखरा मिला है, लेकिन तिजोरी नहीं टूट पाई है. घर में लगे CCTV कैमरे भी टूटे मिले हैं. जिसको देखकर लगता है कि वारदात डकैती की नियत से की गई है. हालांकि जांच के बाद ही घटना स्पष्ट हो पाएगी. हत्यारों को जल्द ही पकड़ा जाएगा.
अनाज का व्यापार
रामनिवास कुमावत के साले सुरेश ने बताया कि कुमात गांव के सबसे संपन्न किसान थे और वो अनाज का धंधा करते थे. उनके पास 300 बीघा जमीन में और डेयरी फार्म है. पुत्र राजेश देवास में अनाज का व्यापार करता है और बेटी संगीता देवास में रहती है. उनके दो भाई डॉक्टर रतन और शांतिलाल की मौत हो चुकी है, जबकि छोटा भाई किशोर भी देवास में रहता है.
उन्होंने आगे बताया कि रामनिवास हर सुबह 5:30 बजे घूमने बाहर जाते थे.आज 6:30 बजे तक गांव में नहीं दिखने पर उन्हें फोन किया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. जिसके बाद मैं उनके घर पहुंचा. खिड़की से जाकर देखा तो रामनिवास जमीन पर पड़े दिखे. नजारा देख होश उड़ गए. पुलिस को सूचना देकर दरवाजा तोड़ा तो दोनों मृत मिले.