:- महात्मा गांधी और शास्त्री जयन्ती मनायी
:- सीबीईओ ने किया विभिन्न स्कूलों का अवलोकन
राजेन्द्र बबलू पोखरना
कोटड़ी।स्मार्ट हलचल। ब्लॉक की सभी राजकीय उच्च माद्यमिक विद्यालयों में निपुण मेला आयोजित किया गया। जिसमें कक्षा 1 से 3 तक बालको ने अपने हुनर का उपयोग करते हुए अनेक प्रकार के सामाजिक, विज्ञान व गणितीय आकृतियों के अलावा सांस्कृतिक व भौगोलिक परिदृश्यों की आकृतियां बनाई व दर्शकों को उसके बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं राष्ट्र पिता महात्मा गांधी व भारत राष्ट्र के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर महापुरूषों की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके आदर्शो को जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी उदय सिंह, आरपी अनील बांगड़ व सत्यनारायण पटवारी ने सवाईपुर, सुठेपा, बनकाखेड़ा सहित अनेक विद्यालयों में निपुण मेले का निरीक्षण कर बालकों का उत्साह वर्द्धन किया तथा संस्था प्रधान व अध्यापकों को बालकों में पढ़ाई के साथ ही रूचि के अनुसार अनुपयोगी सामग्री को उपयोगी बनाना बेस्ट ऑफ वेस्ट तथा भौगोलिक स्थिति के अनुसार बालकों में निपुण करने के नये आयामों को विकसित करने पर जोर दिया। शनिवार को नो बेग डे के तहत बालकों में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित कर प्रोत्साहित करने को कहा। मुख्यालय स्थित शरबती गाडोदिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी और भारत राष्ट्र के द्वितीय प्रघानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती पर उनके विचारों और आजादी में योगदान को याद किया। बालिकाओं द्वारा महात्मा गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन तो तेने कहिये जो पीड़ परायी जाने रे” गाया। वहीं अनेक बालिकाओं द्वारा गीत, भजन, भाषण के माध्यम से महात्मा गांधी और शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रधानाचार्य उदय लाल स्वर्णकार ने बताया कि शान्ति और सद्भाव हमें अहसास दिलाता है कि सत्य, अहिंसा, शान्ति और सद्भावना की शिक्षा लेनी चाहिए। उप प्रधानाचार्य शिरीन परवीन ने महापुरूषों के जीवनी पर प्रेरक प्रसंग सुनाये। जबकि दिनेश जैन ने अहिंसा और क्षमा के महत्व को समझाते हुये कहा कि अहिंसा के दर्शन और रणनीति के अग्रदूत महात्मा गांधी के जन्म दिन को अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाते हैं। भंवर लाल भाम्बी, पिंकी बाज्या, अनिता मेघवाल, शशिकला, प्रियंका डागा, महेन्द्र खटीक, ज्योति पाराशर, श्रीराम नायक, कुमकुम गुरुजी, विजय त्रिपाठी, शिवराज कहार, अर्पिता, सुमित्रा जाट, राकेश योगी, कौशल मोहटा ने बालिकाओं का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन संजीव कुमार ने किया।