Prime Minister Narendra Modi:पीएम मोदी महाराष्ट्र में तैयार किए गए घरों के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए, जिन्हें श्रमिकों, विक्रेताओं, पावरलूम श्रमिकों, कचरा बीनने वालों, बीड़ी श्रमिकों, ड्राइवरों जैसे लाभार्थियों को सौंपा जाना था। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा, ‘काश मैं बचपन में ऐसे घर में रहता।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘राम मंदिर के अभिषेक से पहले मैं कुछ संतों के मार्गदर्शन में अपने नियमों का पालन करने में जुटा हूं और उनका सख्ती से पालन करता हूं।
मैं भी फॉलो करता हूं। यह भी संयोग है कि इसकी शुरुआत महाराष्ट्र के नासिक में पंचवटी की धरती से हुई। आज रामभक्ति से भरे इस माहौल में महाराष्ट्र के एक लाख से ज्यादा परिवारों का गृह प्रवेश हो रहा है। महाराष्ट्र के ये एक लाख से ज्यादा परिवार भी 22 जनवरी को शाम को अपने पक्के घरों में राम ज्योति जलाएंगे।
महाराष्ट्र के सोलापुर में पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे देश में लंबे समय तक गरीबी हटाओ के नारे लगते रहे लेकिन गरीबी नहीं हटी. गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनाई जाती थीं, लेकिन उनका लाभ गरीबों को नहीं मिलता था. उनके हक का पैसा बिचौलिये लूट जाते थे. पहले की सरकारों की नीति, नीयत और निष्ठा कठघरे में थी.’ पीएम मोदी ने कहा, ‘2014 में सरकार बनते ही मैंने कहा था, मेरी सरकार गरीबों के लिए समर्पित सरकार है. इसलिए हमने एक के बाद एक ऐसी योजनाएं लागू कीं, जिससे गरीबों की मुश्किलें कम हों और उनका जीवन आसान बने.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोलापुर में जिस सोसाइटी का उद्घाटन करने पहुंचे थे, इस रायनगर हाउसिंग सोसाइटी में 15,000 घर बने हैं। इसमें हथकरघा श्रमिक, विक्रेता, बिजली करघा श्रमिक, कूड़ा बीनने वाले जैसे लोगों को घर मिला है। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने पीएम-स्वनिधि के 10,000 लाभार्थियों को पहली और दूसरी किस्त के वितरण की भी शुरुआत की।