SDM slap incident and arson in Samravata
(शिवराज बारवाल मीना)
टोंक/जयपुर। स्मार्ट हलचल/भारतीय किसान यूनियन (लो.) राजस्थान प्रदेश प्रभारी मदन मोहन राजोर ने भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को ज्ञापन भेजकर देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के तहत 13 नवम्बर को मतदान दिवस के दिन समरावता में मतदान बूथ पर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एरिया मजिस्ट्रेट (एसडीएम मालपुरा) अमित कुमार चौधरी थप्पड़ कांड के बाद उपजे तनाव के बाद समरावता गांव में पुलिस द्वारा आदिवासियों के खिलाफ र्बरता पूर्वक की गई कार्यवाही की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई।
ज्ञापन में बताया कि 13 नवम्बर को टोंक जिले के देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में अधिकारियों की जनता के प्रति उदासीनता पूर्ण रवैये एवं हठधर्मिता से आक्रोशित होकर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा एवं एसडीओ के बीच थप्पड़ कांड के बाद बदले की भावना से समरावता गांव में मतदान के दौरान हुई घटना के बाद रात को टोंक जिला पुलिस एवं प्रशासन द्वारा समरावता गांव में आदिवासी ग्रामीण परिवारों पर अन्धाधुंध लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले व पथराव कर हमला कर दिया गया था तथा घरों में घुसकर महिलाओं, बुजुर्गों एवं बच्चों के साथ बेरहमी से मारपीट कर लहुलुहान कर दिया,जिससे सेंकड़ों लोगों के गंभीर चोटें आई है। समरावता गांव में उसके बाद पूरी रात दहशत का माहौल रहा और आगजनी से गाड़ियां सहित पूरा गांव जलता रहा। इसके पश्चात पुलिस द्वारा अवैधानिक रूप से करीब 60 से अधिक नवयुवकों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस हिरासत में गिरफ्तार किए गए नवयुवकों के साथ जमकर मारपीट की गई, जिससे क्षेत्र में व आदिवासी समाज में दहशत का माहौल है। पुलिस द्वारा आदिवासी महिलाओं के साथ में भी बर्बरता से पुलिस द्वारा मारपीट कर उनको अपमानित व लज्जित करने का कार्य किया है, यह घटना अग्रेंजों द्वारा दी गई बर्बरता पूर्वक यातना जलियांवाला काण्ड़ याद दिलाती है, जो इस लोकतांत्रिक देश में शर्मनाक घटना है। उन्होंने उपराष्ट्रपति से अपने स्तर पर संज्ञान लेकर समरावता गांव की घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दिलाने की कार्रवाई करने की मांग की गई।