शंभूपुरा में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को धत्ता बता रही ग्राम पंचायत।
ओम जैन
स्मार्ट हलचल/जहाँ एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को लेकर सरकार करोड़ो रूपये खर्च कर स्वच्छता अभियान चला रही है, ओर इस अभियान के बाद लोगों में जागरूकता भी आई कि उनके घर के बाहर स्वच्छता रथ पहुचता लोग उसी में कचरा डालते है, लेकिन मिशन को लेकर खुद जिम्मेदार लोग ही मुँह मोड़ ले तो फिर आम जनता से क्या उम्मीद कर सकते है।
बता दे कि जिले कि हर छोटी बड़ी ग्राम पंचायतों में ये स्वच्छता रथ चल रहे है लेकिन शंभूपुरा पंचायत में यह रथ सिर्फ पंचायत में ही खड़ा कर रखा जो धूल मिट्टी खा रहा है। जिसकी वजह से पूरे शंभूपुरा कस्बे में जगह जगह गन्दगी के ढेर लगे है, नालियां कचरे से सटी पड़ी है बावजूद इसके ग्राम पंचायत की कुम्भकर्णीय नींद नही उड़ रही।
सांसद मद से इसलिए नही चलाया जा रहा
कुछ वार्डपंचों ओर ग्रामीणों ने हमे बताया कि इस स्वच्छता रथ को गांव में कचरा एकत्र करने के लिए नही चलाने का मुख्य कारण है यह सांसद मद से दिया हुआ है, ओर स्थानीय सरपँच विधायक आक्या गुट से है इसलिए इसको नही चलाया जा रहा है, राजनीतिक गुटबाजी के चलते आमजनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बाजारों को सजाने के पैसे लेकिन सफाई के नाम पर बजट नही
जानकारी में यह भी सामने आया कि स्थानीय सरपँच ग्रामीणों से कहता है बजट कि कमी के चलते स्वच्छता रथ चलाने में असमर्थ है जबकि दीपावली पर फिजूल का खर्चा कर बाजारों में लाईटिंग लगाने के पैसे है लेकिन स्वच्छता के नाम पर बजट ना होने की बात होने पर ग्रामीणों में भी खासा रोष है, जबकि हर साल ग्राम पंचायतों को स्वच्छता के नाम से अलग से बजट मिलता है जिसका उपयोग भी स्वच्छता पर नही हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
पंचायत के वार्डपंचों सहित ग्रामीणों ने जल्द इस स्वच्छता रथ को पुनः चालू करने कि मांग कि है, जल्द चालू नही होने कि स्थिति में ग्राम पंचायत पर ताला जड़ प्रदर्शन कि चेतावनी दी है।