क्या प्रशासन का भीड़ जुटाना था उद्देश्य, महिला कर्मियों में दिखा रोष।
ओम जैन
शंभूपुरा।स्मार्ट हलचल/जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को हुआ कार्यक्रम हर तरफ से चर्चा का विषय बन गया है।जहाँ एक ओर जिले के सभी विधायकों की अनुपस्थिति में कार्यक्रम राजनीति की भेंट चढ़ गया वही दूसरी ओर बहुत कम मानदेय पर कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दूर दराज से बुलाना ओर उनको 5 घण्टो तक बिठाकर रखना भी कही ना कही जिला प्रशासन द्वारा भीड़ जुटाना ही साबित हो रहा है।
आपको बता दे कि मेडिकल कॉलेज में हुए इस कार्यक्रम में चित्तौड़गढ़ के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था जिनको समय दिया गया था सुबह 9 बजे का ओर 2 बजे कार्यक्रम हुआ, जबकि इस दिन धनतेरस का त्योहार था जो साल का सबसे बड़ा त्यौहार है, बावजूद इसके सबसे कम मानदेय वाली महिला कार्मिकों को इस तरह बिना आवश्यकता के बिठाए रखना कही ना कहीं प्रशासन का उद्देश्य सिर्फ भीड़ जुटाना प्रतीत हो रहा है, वही इन कार्मिको ने बताया कि यहाँ पानी तक कि व्यवस्था नही थी विरोध के बाद पानी कि केने मंगवाकर पानी पिलाया जो कि जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं की पोल खोलता नजर आया, वही खाना देने के बजाय जाते समय 2 बजे बाद नास्ते के पैकेट पकडाना सिर्फ खानापूर्ति साबित हुआ, दूसरी ओर प्रसासन द्वारा नरेगा कार्मिको को भी बुलाना कही ना कही खुद ब खुद कार्यक्रम प्रबंधन की असफलता साबित करता नजर आ रहा है।
दीपावली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार के दिनों में ऐसा कार्यक्रम करना ही सभी द्वारा अनुचित ठहराया जा रहा है, वहाँ पहुचे कार्मिको का कहना था कि इस कार्यक्रम को बाद में भी किया जा सकता था बावजूद इसके त्योंहारो के समय रखकर बिना वजह परेशान किया गया।