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प्रयागराज। स्मार्ट हलचल/मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद के मुख्य पक्षकार और कौशांबी प्रधान संघ के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह टेवा को उनके संघर्ष और सामाजिक कार्यों के लिए प्रयागराज में एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम ठाकुर इंद्रपाल सिंह सूर्यवंशी के सुलेम सराय स्थित आवास पर आयोजित किया गया, जहां उनके सुपुत्र शिवसागर सिंह द्वारा अखिल क्षत्रिय महासभा की बैठक रखी गई थी।
बैठक में महासभा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह टेवा को सम्मानित करते हुए उनके मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि से मुसलमानों के कब्जे को हटाने के लिए दायर मुकदमे के प्रति उनकी कड़ी मेहनत की सराहना की गई। कार्यक्रम में वीरेंद्र सिंह को भगवान श्रीकृष्ण की एक मूर्ति भेंट की गई और पटका पहनाकर सम्मानित किया गया।
सनातन धर्म के लिए संघर्ष की सराहना
इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सिंह पत्रकार ने वीरेंद्र सिंह टेवा के कार्यों को सराहते हुए कहा कि टेवा ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए जो प्रयास किए हैं, वे अनुकरणीय हैं। उन्होंने विशेष रूप से मथुरा के साथ-साथ वाराणसी के ज्ञानवापी मंदिर विवाद में भी उनके परिवार की भूमिका की प्रशंसा की, जहां वीरेंद्र सिंह के पुत्र विजय सिंह टेवा ने भी मुकदमा दाखिल किया है।
सम्मान और प्रेरणा
प्रदेश संरक्षक शिव शंकर सिंह परिहार ने वीरेंद्र सिंह के संघर्ष को सराहनीय बताया और कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के लिए उनका समर्पण प्रत्येक सनातन धर्मावलंबी के लिए प्रेरणा है। शिवसागर सिंह ने इस दौरान कहा कि वीरेंद्र सिंह टेवा का यह संघर्ष केवल कानूनी नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के लिए भी है।
कार्यक्रम में वीरेंद्र सिंह को भगवान श्रीकृष्ण की एक मूर्ति भेंट करते हुए शिवसागर सिंह ने उनके सामाजिक योगदान की भी प्रशंसा की और कहा कि उनका यह संघर्ष हर हिंदू के लिए गर्व का विषय है।