Firing in Barauni area
बरौनी थाना क्षेत्र में शिकारी द्वारा फायरिंग में घायल कांस्टेबल ने अस्पताल में तोड़ा दम,
– आर्म्स एक्ट की कार्रवाई करने गई पुलिस पर आरोपियों ने की थी फायरिंग,
– राजकीय सम्मान से श्रद्धांजलि के बाद पुलिस कांस्टेबल के पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए सलेमपुर कलां (भरतपुर) भेजा
ब्यूरो रिपोर्ट : शिवराज बारवाल मीना
टोंक/स्मार्ट हलचल/टोंक जिले के बरौनी थाना क्षेत्र के जेबाडिया गांव में गुरूवार को हथियार की सूचना मिलने पर आर्म्स एक्ट की कार्यवाही करने गई पुलिस पर अपराधियों द्वारा बंदूक से फायरिंग में गोली लगने से जख्मी हुए पुलिस के जवान की जयपुर में ईलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें शुक्रवार को पुलिस लाईन टोंक में पुलिस अधिकारियों एवं जवानों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। गौरतलब है कि बरौनी थाने का कांस्टेबल सत्येन्द्र चौधरी अपने साथियों की पुलिस टीम के साथ अवैध हथियार के मामले में गुरूवार की दोपहर को हथियार रखने की सूचना मिलने पर आर्म्स एक्ट की कार्रवाई करने जेबाडिया गांव में पहुंचे थे। इसी दौरान आरोपियों ने कॉन्स्टेबल की छाती पर टोपीदार बंदूक तानकर फायरिंग कर दी। कांस्टेबल सत्येन्द्र चौधरी की छाती में गोली के छर्रे लगने से वो घायल होकर जमीन पर नीचे गिर गया, जिससे पुलिस दल में अचानक हड़कंप मच गया। साथी पुलिसकर्मियों ने बरौनी थाना सहित आला अधिकारियों को सूचित कर गम्भीर अवस्था में घायल पुलिस जवान को टोंक जिला सआदत अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस के आला अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे थे। कॉन्स्टेबल की हालत चिंताजनक होने पर प्राथमिक उपचार के बाद उसे जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया था। जहां इमरजेंसी में उसका उपचार चल रहा था। इस घटना में गम्भीर रूप से घायल हुए पुलिस कांस्टेबल सत्येन्द्र चौधरी ने आखिर शुक्रवार को गणतंत्र दिवस की सुबह ईलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस कांस्टेबल के मौत की खबर सुनते ही टोंक पुलिस प्रशासन में शोक की लहर दौड़ गई। हालांकि पुलिस के आला अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की गठित टीम ने गुरूवार की शाम को ही दोनों आरोपियों को दबोच कर उनके कब्जे से टोपीदार बंदूक जब्त कर ली हैं।
—— राजकीय सम्मान से पुलिस कांस्टेबल की पार्थिव देह को भरतपुर भेजा ——
जयपुर एसएमएस अस्पताल से मृतक कांस्टेबल के पार्थिव देह को टोंक पुलिस लाईन में पुलिस अधिकारियों व जवानों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर राजकीय सम्मान के साथ उसके पैतृक भरतपुर जिले के सलेमपुर कलां गांव भेजा गया है। जहां उसका पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।